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उन्नाव: बाबा के सपने को रवि ने किया पूरा, हेलीकॉप्टर से दुल्हनिया लेकर पहुंचा गांव - उन्नाव खबर

उत्तर प्रदेश के उन्नाव निवासी रवि ने बाबा के सपने को पूरा करने के लिए दुल्हन को हेलीकॉप्टर से विदा कराकर गांव पहुंचा. इसके लिए बाकायदा उसने जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति ली थी. दरअसल रवि कतर एयरवेज में एयरक्राफ्ट इंजीनियर के पद पर तैनात हैं.

हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेकर पहुंचा गांव.
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Published : Nov 25, 2019, 9:59 PM IST

उन्नाव: जिले की हसनगंज तहसील के मूसेपुर गांव में एक किसान का बेटा अपने बाबा का सपना पूरा करने के लिए हेलीकाप्टर से दुल्हन विदा कराने के बाद गांव पहुंचा. रवि ने इसके लिए बाकायदा जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति ली थी. वहीं अधिकारियों की उपस्थिति में ही बड़ी ही शान से रवि अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर गांव पहुंचा.

हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेकर गांव पहुंचा दूल्हा रवि.

एयरक्राफ्ट इंजीनियर है दूल्हा रवि
हसनगंज के रहने वाले रामकिशोर एक प्रगतिशील किसान जाने जाते हैं. वह मछली और आम की खेती वैज्ञानिक तरीके से करते हैं. रवि के बाबा रेलवे कर्मचारी थे और शिक्षा का महत्व समझते थे. रवि ने हाईस्कूल से लेकर इंटर की पढ़ाई हसनगंज के इंटर कॉलेज से की. उसके बाद लखनऊ स्थित हिंदुस्तान अकादमी से 3 साल का एयरक्राफ्ट इंजीनियरिंग का कोर्स किया.

बाबा की इच्छा थी कि पोता हेलीकॉप्टर से लाए बहू
कोर्स करने के बाद करने के बाद रवि ने डीजीसीए 2009 की परीक्षा में बैठे और भारत में इनको दूसरा स्थान मिला. वहीं नागरिक उड्डयन महानिदेशालय में उत्तीर्ण होने की सूचना जब बाबा घनश्याम सिंह को मिली, तो वह बहुत खुश हुए उन्होंने कहा कि अब मेरा पोता हेलीकॉप्टर से अपनी बहू लाएगा. अधिक प्रसन्नता से रिजल्ट अखबार में पढ़ने के 8 घंटे बाद ही हार्ट अटैक से रवि के बाबा की मौत हो गई थी.

इसे भी पढ़ें- कन्या सुमंगला योजना में उन्नाव जनपद का प्रदेश में तीसरा स्थान

एयरक्राफ्ट इंजीनियर के पद पर तैनात है रवि
इस बात की जानकारी हुई तो रवि लखनऊ से सीधा घर आए और अपने मन में ठान लिया कि अब जब शादी करेंगे तो दुल्हन हेलीकॉप्टर से ही मूसेपुर आएगी. उसके बाद रवि की नौकरी कतर एयरवेज में एयरक्राफ्ट इंजीनियर के पद पर लग गई. कतर एयरवेज कंपनी कतर की एकमात्र सरकारी विमान सेवा देने वाली संस्था है.

दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर पहुंचे गांव पहुंचा रवि
वहीं पर इनकी मुलाकात इसी पद पर तैनात प्रियंका से हुई, जो कि मूल रूप से जबलपुर मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं. प्रियंका के पिता आनंद कुमार यादव रेलवे में एक बड़े अधिकारी हैं. इनका विवाह 24 नवंबर रविवार को लखनऊ में हुआ और आज 25 तारीख को लखनऊ से रवि अपनी दुल्हन प्रियंका को हेलीकॉप्टर से लेकर मूसेपुर गांव पहुंचा.

वहीं पूरा गांव पहली बार हेलीकॉप्टर से दुल्हन विदा होकर आने को लेकर एक जगह जमा हुआ और बधाई दी. रवि के पिता रामकिशोर सिंह ने बताया कि रवि की पढ़ाई में इनकी माता मिथिलेश कुमारी का भी बड़ा योगदान रहा है. इस तरह की यह शादी तहसील में पहली बार हुई है, जब दुल्हन अपने पिया के घर हेलीकॉप्टर से आई है.

उन्नाव: जिले की हसनगंज तहसील के मूसेपुर गांव में एक किसान का बेटा अपने बाबा का सपना पूरा करने के लिए हेलीकाप्टर से दुल्हन विदा कराने के बाद गांव पहुंचा. रवि ने इसके लिए बाकायदा जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति ली थी. वहीं अधिकारियों की उपस्थिति में ही बड़ी ही शान से रवि अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर गांव पहुंचा.

हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेकर गांव पहुंचा दूल्हा रवि.

एयरक्राफ्ट इंजीनियर है दूल्हा रवि
हसनगंज के रहने वाले रामकिशोर एक प्रगतिशील किसान जाने जाते हैं. वह मछली और आम की खेती वैज्ञानिक तरीके से करते हैं. रवि के बाबा रेलवे कर्मचारी थे और शिक्षा का महत्व समझते थे. रवि ने हाईस्कूल से लेकर इंटर की पढ़ाई हसनगंज के इंटर कॉलेज से की. उसके बाद लखनऊ स्थित हिंदुस्तान अकादमी से 3 साल का एयरक्राफ्ट इंजीनियरिंग का कोर्स किया.

बाबा की इच्छा थी कि पोता हेलीकॉप्टर से लाए बहू
कोर्स करने के बाद करने के बाद रवि ने डीजीसीए 2009 की परीक्षा में बैठे और भारत में इनको दूसरा स्थान मिला. वहीं नागरिक उड्डयन महानिदेशालय में उत्तीर्ण होने की सूचना जब बाबा घनश्याम सिंह को मिली, तो वह बहुत खुश हुए उन्होंने कहा कि अब मेरा पोता हेलीकॉप्टर से अपनी बहू लाएगा. अधिक प्रसन्नता से रिजल्ट अखबार में पढ़ने के 8 घंटे बाद ही हार्ट अटैक से रवि के बाबा की मौत हो गई थी.

इसे भी पढ़ें- कन्या सुमंगला योजना में उन्नाव जनपद का प्रदेश में तीसरा स्थान

एयरक्राफ्ट इंजीनियर के पद पर तैनात है रवि
इस बात की जानकारी हुई तो रवि लखनऊ से सीधा घर आए और अपने मन में ठान लिया कि अब जब शादी करेंगे तो दुल्हन हेलीकॉप्टर से ही मूसेपुर आएगी. उसके बाद रवि की नौकरी कतर एयरवेज में एयरक्राफ्ट इंजीनियर के पद पर लग गई. कतर एयरवेज कंपनी कतर की एकमात्र सरकारी विमान सेवा देने वाली संस्था है.

दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर पहुंचे गांव पहुंचा रवि
वहीं पर इनकी मुलाकात इसी पद पर तैनात प्रियंका से हुई, जो कि मूल रूप से जबलपुर मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं. प्रियंका के पिता आनंद कुमार यादव रेलवे में एक बड़े अधिकारी हैं. इनका विवाह 24 नवंबर रविवार को लखनऊ में हुआ और आज 25 तारीख को लखनऊ से रवि अपनी दुल्हन प्रियंका को हेलीकॉप्टर से लेकर मूसेपुर गांव पहुंचा.

वहीं पूरा गांव पहली बार हेलीकॉप्टर से दुल्हन विदा होकर आने को लेकर एक जगह जमा हुआ और बधाई दी. रवि के पिता रामकिशोर सिंह ने बताया कि रवि की पढ़ाई में इनकी माता मिथिलेश कुमारी का भी बड़ा योगदान रहा है. इस तरह की यह शादी तहसील में पहली बार हुई है, जब दुल्हन अपने पिया के घर हेलीकॉप्टर से आई है.

Intro:हसनगंज के एक किसान के बेटे ने अपने बाबा के सपने को पूरा करने के लिए अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से विदा कराकर अपने गांव पहुचा अभी तक आपने शाही परिवार की शादी विवाह के बारे में खूब सुना होगा जहाँ शाही अंदाज में दुल्हन उड़न खटोले से विदा होकर आती है लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन्नाव जिले के हसनगंज तहसील के एक छोटे से गांव के एक किसान पुत्र की अनोखी शादी के बारे में जहां दूल्हा रवि यादव अपने बाबा घनश्याम सिंह के सपने को पूरा करने के लिए हेलीकाप्टर से अपनी दुल्हन लेकर गांव पहुचा रवि ने इसके लिए बाकायदा जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति ली और अधिकारियों की उपस्थित में ही बड़ी ही शान से अपनी दुल्हन को हेलीकाप्टर से लेकर अपने गांव पहुचा जहां हेलीकाप्टर को देखने के लिए पूरा गांव जुट गया।
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हसनगंज के रहने वाले रामकिशोर एक प्रगतिशील किसान जाने जाते हैं वह मछली और आम की खेती अच्छी व वैज्ञानिक तरीक़े से करते हैं रवि के बाबा रेलवे कर्मचारी थे और शिक्षा का महत्व समझते थे रवि ने हाई स्कूल से लेकर इंटर की पढ़ाई हसनगंज के इंटर कॉलेज से कि उसके बाद लखनऊ स्थित हिंदुस्तान अकैडमी से 3 साल का एयरक्राफ्ट इंजीनियरिंग का कोर्स किया कोर्स करने के बाद करने के बाद रवि ने डीजीसीए 2009 की परीक्षा में बैठे और भारत में इनको दूसरा स्थान मिला वही नागरिक उड्डयन महानिदेशालयमें उत्तीर्ण होने की सूचना जब बाबा घनश्याम सिंह को मिली तो बहुत खुश हुए उन्होंने कहा कि अब मेरा पोता हवाई जहाज से अपनी बहू लाएगा और कई गांव वालों घरवालों से बात कही वह बहुत खुश हुए अधिक प्रसन्नता से रिजल्ट अखबार में पढने के 8 घंटे बाद ही हार्ट अटैक से बाबा की मौत हो गई इस बात की जानकारी हुई तो रवि लखनऊ से सीधा घर आए और अपने मन में धारण कर लिया कि अब जब बरात करेंगे तो दुल्हन हेलीकॉप्टर से ही मूसेपुर आएगी उसके बाद रवि की नौकरी कतर एयरवेज मे चूकि कतर एयरवेज़ कंपनी कतर की एकमात्र सरकारी विमान सेवा देने वाली संस्था है एयरक्राफ्ट इंजीनियर के पद पर हो गई वहीं पर इनकी मुलाकात इसी पद पर तैनात प्रियंका से हुई प्रियंका मूल रूप से जबलपुर मध्य प्रदेश की रहने वाली है प्रियंका के पिता आनंद कुमार यादव रेलवे में एक बड़े अधिकारी इनका विवाह 24 नवंबर रविवार को लखनऊ में हुआ और आज 25 तारीख को लखनऊ से रवि अपनी दुल्हन प्रियंका को हेलीकाप्टर से लेकर मूसेपुर गांव पहुचा जहां पूरा गांव पहली बार हेलीकाप्टर से दुल्हन विदा होकर आने को लेकर एक जगह जमा हुआ और बधाई दी वही रवि के पिता रामकिशोर सिंह ने बताया कि रवि की पढ़ाई में इनकी माता मिथिलेश कुमारी का भी बड़ा योगदान रहा है इसके लिए बाकायदा बनकर तैयार है इस प्रकार की यह शादी तहसील में पहली बार हुई जब दुल्हन अपने पिया के घर हेलीकॉप्टर से आयी है

बाईट-राम किशोर (दूल्हे के पिता)Conclusion:वीरेंद्र यादव
उन्नाव
मो-9839757000
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