उन्नाव: शुक्रवार को डीएम रवीन्द्र कुमार ने 11 समितियों के अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें कोरोना वायरस से बचाव और आमजन के स्वास्थ्य सम्बन्धित आदि पर चर्चा की गई. साथ ही बैठक में डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि एल-1 कोविड चिकित्सालयों, शेल्टर होम्स और क्वारंटाइन सेन्टर्स का नियमित रूप से निरीक्षण करना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही सभी चिकित्सालयों में पीपीई किट तथा एन-95 मास्क की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
डीएम ने 11 समिति के अधिकारियों के साथ की बैठक
साथ ही डीएम ने रवीन्द्र कुमार ने यह भी निर्देश दिए कि जिन व्यक्तियों को सैम्पल लेने के लिए नियुक्त किया जाए, उन्हें निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए. ताकि वे संक्रमण से सुरक्षित रहें. साथ ही उन्होने यह भी निर्देश दिए कि अस्पतालों, क्वारंटाइन सेन्टर्स आदि में प्रयोग बायो-मोडिकल वेस्ट का निस्तारण निर्धारित मानकानुरूप कराना सुनिश्चित करें. साथ ही कहा कि नियमित रूप से वहां पर सैनिटाइजेशन का कार्य किया जाए.
उत्तराखण्ड के नागरिक जा सकते हैंं घर
डीएम ने लाॅकडाउन के कारण यूपी में फंसे उत्तराखण्ड के नागरिकों का पंजीकरण उत्तराखण्ड सरकार द्वारा विकसित किये गये पोर्टल पर किये जाने के विषय पर चर्चा पर भी चर्चा की. साथ ही कहा कि लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे हुये उत्तराखण्ड के नागरिकों को उत्तराखण्ड सरकार द्वारा वापस बुलाने के सम्बन्ध में वेबसाइट http://dsclservices.in/uttarakhand-migrant-registration.php विकसित की गई है.
साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि इस सापेक्ष जनपद में फंसे उत्तराखण्ड के नागरिक हो और जो उत्तराखण्ड जाना चाहते हैं. वह इस वेबसाइट पर पंजीकरण हेतु लिंक भेजकर और फोन के माध्यम से अवगत करा सकते हैं, जिससे उनका पंजीकरण हो सके और वह अपने घर वापस जा सकें.
'औद्योगिक इकाइयांं शुरू की जाए'
डीएम ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले जनपद वासियों, श्रमिकों के लिये क्वारंटाइन किये जाने की व्यवस्था कर ली गई है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी द्वारा प्रत्येक जिले में 15,000 से 25,000 की क्षमता के क्वारंटाइन सेन्टर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके अनुपालन में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं. इसी दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा संचालित गतिविधियों से संबंधित कार्य योजना तैयार करना सुनिश्चित करें, ताकि सुव्यवस्थित रूप से उनका संचालन अमल में लाया जा सके.