उन्नाव: जनपद की गंगा नदी में भीषण बाढ़ से कटरी क्षेत्र के दो दर्जन गांव इसकी चपेट में आ गए. इससे किसानों की खरीफ की फसल डूबकर बर्बाद हो गई हैं. मंगलवार को गंगा का जलस्तर स्थिर रहा है. तहसील प्रशासन ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच कर बर्बाद फसलों का जायजा लिया और किसानों का हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
हालांकि, मंगलवार को गंगा का जलस्तर स्थिर रहा. इससे तहसील प्रशासन ने राहत की सांस ली. लेकिन, गंगा तटवर्ती गांवों के लिए खतरे के बादल अब भी मंडरा रहे हैं. फरीदपुर कट्टर के प्रधान पति राम औतार निषाद व उमरिया भगवंतपुर के प्रधान रामू दिवाकर तथा कटरी गदनपुर आहार के प्रधान जितेंद्र कुमार ने बताया कि यदि गंगा के जलस्तर में करीब 2 फीट और बढ़ोत्तरी होती है. तो, बाढ़ का पानी सभी मजरों की आबादी के अंदर दाखिल हो सकता है. इससे ग्रामीणों के जनजीवन के लिए स्थित भयावह हो सकती है.
मंगलवार को एडीएम बांगरमऊ उदित नारायण सिंगर के आदेश पर तहसीलदार दिलीप कुमार के नेतृत्व में राजस्व कर्मियों की टीम ने बाढ़ से बर्बाद हुई फसलों का जायजा लेने नाव से बाढ़ग्रस्त क्षेत्र पहुंची. टीम ने बाढ़ से घिरे सभी मजरों में पहुंचकर किसानों से खाद्य एवं चिकित्सा आदि राहत सामग्री के बाबत पूछताछ भी की. टीम ने बाढ़ पीड़ितों को हर संभव राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया है.