उन्नाव: लगातार तीसरे दिन बुधवार को 102 और 108 एंबुलेंस चालकों और ईएमटी की हड़ताल जारी है, जिसकी वजह से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में गर्भवती और गंभीर बीमार मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए तीमारदारों को ई-रिक्शा या टेंपो का सहारा लेना पड़ रहा है.
- सोमवार से धरने पर बैठे 102 और 108 एंबुलेंस चालकों और ईएमटी की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है.
- लगातार दो दिनों से 102 और 108 एंबुलेंस गाड़ियां जिला अस्पताल में खड़ी दिख रही हैं.
- करीब 400 एंबुलेंस चालक अस्पताल परिसर में दिन-रात रहकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
- चालकों की हड़ताल की वजह से तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
- तीमारदारों को मरीज को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है.
इसे भी पढ़ें- क्या है श्राद्ध करने का सही तरीका, ताकि पितरों की आत्मा को मिले शांति
हम लोगों को बहुत ही समस्या का सामना करना पड़ रहा है. प्राइवेट साधन से मरीज को अस्पताल लाना पड़ रहा है. जब 102-108 पर फोन किया जाता है तो वह फोन उठता नहीं है, जिससे हम लोगों को प्राइवेट एंबुलेंस का भी सहारा लेना पड़ रहा है.
-कुमकुम, तीमारदार