उन्नाव: जिले के बिहार थाना क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व एक परिवार ने गांव के कुछ लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाकर मारने का आरोप लगाया था. इम मामले में आरोपी पक्ष ने सोमवार को डीएम ऑफिस के बाहर धरना देते हुए सीबीआई जांच की मांग की. अफसरों ने धरने पर बैठे लोगों से बात की, तो उन्होंने कहा कि बिना किसी सबूत के पुलिस ने हमारे घर के पांच लोगों को जेल भेज दिया, जबकि इससे पहले भी पुलिस 5 लोगों को जेल भेज चुकी है. इस तरह पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई करते हुए 10 बेगुनाह लोगों को सलाखों के पीछे भेजा है.
पूरा मामला उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के भाटनखेड़ा गांव का है, जहां पिछले साल दिसम्बर महीने में इसी गांव में एक युवती की जलकर मौत हो गई थी. मामले में पीड़ित परिवार ने गांव के कुछ लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाकर मार डालने का आरोप लगाया गया था. पूरे मामले ने तूल पकड़ा तो प्रियंका गांधी भी मौके पर पहुंच गई और सरकार से कार्रवाई की मांग की. शासन के आदेश के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को जेल भेज दिया था. इसके बाद पीड़िता के घर से 2 अक्टूबर को 6 साल का मासूम बच्चा रहस्यमय तरीके से लापता हो गया. एसपी ने पूरे मामले में 14 टीमों का गठन किया और बच्चे को सकुशल बरामद की बरामदगी के लिए एक लाख का इनाम भी घोषित कर दिया, लेकिन बच्चे का कहीं कोई पता नहीं चला.
'आत्मदाह कर लेंगे'
धरने पर बैठे आज आरोपी पक्ष के लोगों की मांग थी कि दोनों परिवार (आरोपी व पीड़ित) और जेल भेजे गए लोगों का नार्को टेस्ट कराया जाए. मामले में सीबीआई जांच करवाई जाए, जिससे सच्चाई सामने आ सके. परिवार ने एसडीएम को ज्ञापन देकर शासन से टेस्ट कराने की मांग की है. पीड़ित परिवार का कहना यदि मेरा दर्द सरकार नहीं सुनती है, तो विधानसभा के आगे सभी लोग आत्मदाह कर लेंगे.
''भाटन खेड़ा गांव के कुछ लोगों ने उन्नाव के निराला प्रेक्षागृह में कुछ समय के लिए धरना दिया है. उनकी जो मांगें थी, उन मांगों के लिए सदर एसडीएम ने ज्ञापन ले लिया है. उनका धरना समाप्त हो गया है. ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा.''
-राजकुमार कनौजिया, सीओ, बीघापुर