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मंत्री मयंकेश्वर शरण बोले, सीएम ने ड्यूटी लगा दी इसलिए आया सुल्तानपुर

सुल्तानपुर में हो रहे पौधारोपण अभियान में शामिल हुए मंत्री मयंकेश्वर शरण के बोल एक बार फिर चर्चा का विषय बन गए है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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मंत्री मयंकेश्वर शरण
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Published : Jul 22, 2023, 8:20 PM IST

सुल्तानपुर: पौधरोपण अभियान की शुरुआत करने आए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मयंककेश्वर शरण सिंह के बोल एक बार फिर बिगड़ गए हैं. मंत्री ने कहा कि 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तो नियत किया गया है लेकिन, यह सब कुछ होता रहता है. मुख्यमंत्री योगी जी ने ड्यूटी लगा दी है इसलिए सुल्तानपुर आए हैं. दोबारा यहां आना हो या ना हो.

पौधारोपण अभियान के दौरान ये क्या बोल गए नेताजी? सुनिए मंत्री मयंकेश्वर शरण के बोल
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री मयंकेश्वर शरण शनिवार को सुलतानपुर पहुंचे. शहर के बेसिक शिक्षा कार्यालय के सामने डीएफओ राजकुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में बनाई गई नवग्रह वाटिका का उन्होंने शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने पौधे भी लगाए. उनके साथ डीएम जसजीत कौर और एसपी सोमेन वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने भी पौधे लगाए और लोगों को पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया. मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों की तरफ से प्रस्तुत किया गया. कुड़वार ब्लाक के बहमरपुर ग्राम पंचायत के प्रधान मोंटी मिश्रा की तरफ से भी पौधरोपण अभियान चलाया गया. इस अवसर पर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की तरफ से छात्राओं को पौधे उपहार स्वरूप में भेंट किए गए. इस माध्यम से यह संदेश दिया गया कि आप जिस स्थान पर रहते हैं वहां लोगों को पौधे लगाने के प्रति प्रेरित करें. सांसद मेनका गांधी ने भी मंच से आवाहन किया कि जन जागरूकता से ही पौधरोपण अभियान को सफल बनाया जा सकता है. मंत्री मयंकेश्वर शरण का विवादित बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. इसे भी पढ़े-वाराणसी में शुरू हुआ टेंपल कन्वेंशन, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया उद्घाटन

मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि ब्राजील का जंगल कट जाने से पूरे विश्व में पानी के लिए भयंकर किल्लत शुरू हो जाएगी. सरकारी आंकड़ा पौधरोपण का 52 लाख का बताया जा रहा है. यह सब तो होता रहता है. मुख्यमंत्री ने ड्यूटी लगा दी है इसलिए यहां आया हूं. राजस्व कर्मी लेखपाल समेत सभी छात्र छात्राएं सिर्फ एक पेड़ लगाएं. 10 पेड़ लगाने की जरूरत नहीं है. 3 साल तक सिर्फ पेड़ की देखभाल करने की जरूरत है. उसके बाद वह अपनी देखभाल खुद कर लेगा. विश्व की समस्या है पौधरोपण का कम होना. पौधरोपण अभियान का सफल होना एक आदमी या एक तंत्र की बात नहीं है. हमारा माइंडसेट बन चुका है कि सबकुछ सरकार करें. सरकार सहायता कर सकती हैं, सहभागिता आमजन की होनी आवश्यक है. मेडिकल कॉलेज का जल्द निर्माण कार्य पूरा करेंगे.

यह भी पढ़े-यूपी का एक ऐसा विद्यालय जहां न छात्र हैं न शिक्षक, फिर भी हर दिन समय से खुलता और बंद होता

सुल्तानपुर: पौधरोपण अभियान की शुरुआत करने आए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मयंककेश्वर शरण सिंह के बोल एक बार फिर बिगड़ गए हैं. मंत्री ने कहा कि 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तो नियत किया गया है लेकिन, यह सब कुछ होता रहता है. मुख्यमंत्री योगी जी ने ड्यूटी लगा दी है इसलिए सुल्तानपुर आए हैं. दोबारा यहां आना हो या ना हो.

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स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री मयंकेश्वर शरण शनिवार को सुलतानपुर पहुंचे. शहर के बेसिक शिक्षा कार्यालय के सामने डीएफओ राजकुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में बनाई गई नवग्रह वाटिका का उन्होंने शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने पौधे भी लगाए. उनके साथ डीएम जसजीत कौर और एसपी सोमेन वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने भी पौधे लगाए और लोगों को पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया. मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों की तरफ से प्रस्तुत किया गया. कुड़वार ब्लाक के बहमरपुर ग्राम पंचायत के प्रधान मोंटी मिश्रा की तरफ से भी पौधरोपण अभियान चलाया गया. इस अवसर पर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की तरफ से छात्राओं को पौधे उपहार स्वरूप में भेंट किए गए. इस माध्यम से यह संदेश दिया गया कि आप जिस स्थान पर रहते हैं वहां लोगों को पौधे लगाने के प्रति प्रेरित करें. सांसद मेनका गांधी ने भी मंच से आवाहन किया कि जन जागरूकता से ही पौधरोपण अभियान को सफल बनाया जा सकता है. मंत्री मयंकेश्वर शरण का विवादित बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. इसे भी पढ़े-वाराणसी में शुरू हुआ टेंपल कन्वेंशन, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया उद्घाटन

मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि ब्राजील का जंगल कट जाने से पूरे विश्व में पानी के लिए भयंकर किल्लत शुरू हो जाएगी. सरकारी आंकड़ा पौधरोपण का 52 लाख का बताया जा रहा है. यह सब तो होता रहता है. मुख्यमंत्री ने ड्यूटी लगा दी है इसलिए यहां आया हूं. राजस्व कर्मी लेखपाल समेत सभी छात्र छात्राएं सिर्फ एक पेड़ लगाएं. 10 पेड़ लगाने की जरूरत नहीं है. 3 साल तक सिर्फ पेड़ की देखभाल करने की जरूरत है. उसके बाद वह अपनी देखभाल खुद कर लेगा. विश्व की समस्या है पौधरोपण का कम होना. पौधरोपण अभियान का सफल होना एक आदमी या एक तंत्र की बात नहीं है. हमारा माइंडसेट बन चुका है कि सबकुछ सरकार करें. सरकार सहायता कर सकती हैं, सहभागिता आमजन की होनी आवश्यक है. मेडिकल कॉलेज का जल्द निर्माण कार्य पूरा करेंगे.

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