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सोनभद्र: आस लगाए बैठे पर्यटक, आखिर कब बहुरेंगे मुक्खा फॉल के दिन - sonbhadra latest news

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बेलन नदी पर स्थित मुक्खा फॉल एक मनोरम दृश्य सजोए हुए है. यहां पर छुट्टियों के दिनों में भारी संख्या में पर्यटक इसका आनंद लेने आते हैं.

कब बहुरेगा मुक्खा फॉल का दिन.
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Published : Sep 21, 2019, 2:22 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुक्खा फॉल एक मनोरम दृश्य सजोए हुए है. बेलन नदी पर स्थित यह जलप्रपात पहाड़ों के बीच में स्थित प्राकृतिक नजारों की सुंदरता को देखा जा सकता है. यह फॉल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है. यहां पर छुट्टियों के दिनों में भारी संख्या में पर्यटक इसका आनंद लेने आते हैं, लेकिन प्रशासन और पर्यटन विभाग की लापरवाही की वजह से सुविधाओं का टोटा है. इस वजह से पर्यटकों की संख्या भी कम हो रही है.

उपेक्षाओं का शिकार मुक्खा फॉल.

बरसात के मौसम में तो यहां का दृश्य देखकर लोग प्रफुल्लित होते हैं. तेज आवाज में ऊपर की ओर से गिरता पानी बिल्कुल बर्फ जैसा दिखाई देता है. ऐसा लगता है कि जैसे बर्फ ही बर्फ हो. पानी गिरने की आवाज काफी दूर से सुनी जा सकती है. दूर-दूर तक पहाड़ और इन पहाड़ियों के बीच में झरने का यह प्राकृतिक नाजारा मनोरम दृश्य प्रतीत होता है.

ये भी पढ़ें- शामली: मशहूर शायर रज्मी के बेटे ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, बयां किया दर्द

यहां पर खाली समय में लोग भारी संख्या में छुट्टियां मनाने आते हैं. यहां लोग घंटों इस मनोरम दृश्य प्रकृति की गोद में स्थित मुक्खा फॉल के पास समय बिताते हैं. यह झरना जिले के प्रमुख झरनों में से एक है. अगर प्रशासन की तरफ से यहां पर मूलभूत सुविधाएं दे दी जाएं तो राजस्व की बढ़ोतरी तो होगी ही साथ में जनपद का भी नाम होगा. दरअसल यहां पर पहुंचने के लिए कच्ची रोड से होकर गुजरना पड़ता है, जो बरसात के दिनों में एक बड़ी समस्या है.

ये भी पढ़ें- लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली तेजस ट्रेन की बुकिंग शुरू, जानें पूरी डिटेल

यहा पर घूमने आए जितेंद्र का कहना है कि यह मुक्खा फॉल पूर्वांचल में काफी ज्यादा विख्यात है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में यहां पर पर्यटकों की संख्या कम होती जा रही है. यहां की स्थिति बहुत ही दयनीय है. पर्यटक अभिषेक का कहना है कि यहां पर पर्यटक पिकनिक के लिए आते हैं. यहां इंजॉय करते हैं. इन सबके बावजूद प्रशासन द्वारा कोई भी सुविधा नहीं दी गई है. अगर सुविधा बढ़ा दी जाए तो यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी.

सोनभद्र: जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुक्खा फॉल एक मनोरम दृश्य सजोए हुए है. बेलन नदी पर स्थित यह जलप्रपात पहाड़ों के बीच में स्थित प्राकृतिक नजारों की सुंदरता को देखा जा सकता है. यह फॉल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है. यहां पर छुट्टियों के दिनों में भारी संख्या में पर्यटक इसका आनंद लेने आते हैं, लेकिन प्रशासन और पर्यटन विभाग की लापरवाही की वजह से सुविधाओं का टोटा है. इस वजह से पर्यटकों की संख्या भी कम हो रही है.

उपेक्षाओं का शिकार मुक्खा फॉल.

बरसात के मौसम में तो यहां का दृश्य देखकर लोग प्रफुल्लित होते हैं. तेज आवाज में ऊपर की ओर से गिरता पानी बिल्कुल बर्फ जैसा दिखाई देता है. ऐसा लगता है कि जैसे बर्फ ही बर्फ हो. पानी गिरने की आवाज काफी दूर से सुनी जा सकती है. दूर-दूर तक पहाड़ और इन पहाड़ियों के बीच में झरने का यह प्राकृतिक नाजारा मनोरम दृश्य प्रतीत होता है.

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यहां पर खाली समय में लोग भारी संख्या में छुट्टियां मनाने आते हैं. यहां लोग घंटों इस मनोरम दृश्य प्रकृति की गोद में स्थित मुक्खा फॉल के पास समय बिताते हैं. यह झरना जिले के प्रमुख झरनों में से एक है. अगर प्रशासन की तरफ से यहां पर मूलभूत सुविधाएं दे दी जाएं तो राजस्व की बढ़ोतरी तो होगी ही साथ में जनपद का भी नाम होगा. दरअसल यहां पर पहुंचने के लिए कच्ची रोड से होकर गुजरना पड़ता है, जो बरसात के दिनों में एक बड़ी समस्या है.

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यहा पर घूमने आए जितेंद्र का कहना है कि यह मुक्खा फॉल पूर्वांचल में काफी ज्यादा विख्यात है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में यहां पर पर्यटकों की संख्या कम होती जा रही है. यहां की स्थिति बहुत ही दयनीय है. पर्यटक अभिषेक का कहना है कि यहां पर पर्यटक पिकनिक के लिए आते हैं. यहां इंजॉय करते हैं. इन सबके बावजूद प्रशासन द्वारा कोई भी सुविधा नहीं दी गई है. अगर सुविधा बढ़ा दी जाए तो यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी.

Intro:anchor.. सोनभद्र जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुक्खा फॉल एक मनोरम दृश्य सजाएं हुए पर्यटन स्थल हैं बेलन नदी पर स्थित यह जलप्रपात पहाड़ों के बीच में स्थित प्राकृतिक नजारों की सुंदरता को दिखा जा सकता है हृदय प्रफुल्लित हो जाए यह फाल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है यहां पर छुट्टियों के दिनों में भारी संख्या में पर्यटक इस का आनंद लेने आते हैं लेकिन प्रशासन और पर्यटन विभाग की लापरवाही की वजह से सुविधा का काफी ज्यादा अभाव है जिसकी वजह से पर्यटकों की संख्या भी कम हो रही है


Body:vo.. बरसात के मौसम में तो यहां का दृश्य देखकर लोग प्रफुल्लित होते हैं तेज आवाज में ऊपर से गिरता नीचे पानी जो कि बिल्कुल सफेद बर्फ जैसा दिखाई देता है ऐसा लगता है कि जैसे बर्फ ही बर्फ हो पानी गिरने की आवाज काफी दूर से सुनी जा सकती है दूर-दूर तक पहाड़ और इन पहाड़ियों के बीच में झड़ने का यह प्राकृतिक नजारा मनोरम दृश्य ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे धरती पर स्वर्ग उतर आया हो यहां आने के बाद यहां से निकलने का मन तो नहीं होता लेकिन सुविधाओं के अभाव में यहां तक नहीं पहुंच पाते हो यहां पर न तो बैठने के लिए आस पास कोई सुविधा है और ना ही सुरक्षा व्यवस्था की कोई सुविधा है जिसकी वजह से पहाड़ियों के बीच में स्वाभाविक है कि पर्यटक आने में कतरआएंगे यहां तक कि पहुंचने के लिए पर्यटकों को कच्ची रोड से होकर गुजरना पड़ेगा जिसकी वजह से बरसात के मौसम में काफी ज्यादा समस्याएं होती हैं कई बार तो पर्यटकों की गाड़ियां तक भी फंस जाते हैं

vo.. यहां पर खाली समय में लोग भारी संख्या में छुट्टियां मनाने जाते हैं जहां घंटों इस मनोरम दृश्य प्रकृति की गोद स्थित मुक्खा फॉल के पास समय बिताते है यह झरना जनपद के प्रमुख झरनों में से एक है अगर प्रशासन की तरफ से यहां पर मूलभूत सुविधाएं दे दी जाए तो तो राजस्व की बढ़ोतरी तो होगी ही साथ में जनपद का भी नाम होगा दरअसल यहां पर पहुंचने के लिए कच्ची रोड से भी होकर गुजरना पड़ता है जो बरसात के दिनों में काफी ज्यादा है समस्या है


Conclusion:vo... वहां पर घूमने आए जितेंद्र का कहना है कि यह मुक्खा फाल पूर्वांचल में काफी ज्यादा विख्यात है लेकिन सुविधाओं के अभाव में यहां पर पर्यटकों की संख्या कम होती जा रही है यहां की स्थिति बहुत ही दयनीय है यहां पर पेयजल की शौचालय की टीन शेड और लाइट की अगर व्यवस्था प्रशासन की तरफ से करा दी जाए तो यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी पूर्वांचल के तमाम जिलों के पर्यटक यहां पर छुट्टियों में घूमने के लिए आते हैं

byte.. जितेंद्र यादव

vo.. मुक्खा फाल घूमने के लिए आए अभिषेक का कहना है कि मुख्य साल जलप्रपात सोनभद्र में सबसे नामी जरूरत है और यहां पर पर्यटक पिकनिक के लिए आते हैं यहां इंजॉय करते हैं यहां पर बारिश के समय में भारी भीड़ लगती है यहां पर प्रशासन द्वारा कोई भी सुविधा नहीं दी गई हैं इस चीज का विकास नहीं हो पाया है यहां पर पर्यटकों के लिए कोई सुविधा नहीं है अगर सुविधा बढ़ा दी जाए तो यहां पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी

byte.. अभिषेक कुमार
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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