सोनभद्र: घोरावाल तहसील क्षेत्र के उभ्भा गांव में जमीनी विवाद को लेकर जमकर फायरिंग हुई. इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं इस मामले में पूर्व भाजपा सांसद छोटेलाल खरवार ने मीडिया से बात करते हुए तमाम जानकारियां दी.
जानें पूरा मामला
- इस पूरे मामले पर भाजपा के पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने बताया कि 17 दिसंबर 1955 को तहसीलदार राबर्टसगंज ने ग्राम समाज की 638 बीघा जमीन आदर्श कोऑपरेटिव सोसाइटी के नाम कर दी थी.
- 1966 में सहकारिता समिति अधिनियम यूपी स्वत: समाप्त हो गया. इसके बावजूद भी 6 दिसंबर 1989 को आईएएस आशा मिश्रा और विनीता शर्मा के नाम जमीन कर दी गई.
- इसके बाद इस जमीन को 17 अक्टूबर 2017 में ग्राम प्रधान मूर्तिया यज्ञदत्त को बैनामा कर दिया गया, जिसका दाखिल खारिज फरवरी 2019 में हुआ.
- जिसकी अपील आदिवासी लोग मंडलायुक्त के पास करने जा रहे थे, इसी दौरान दूसरे पक्ष द्वारा मौके पर पहुंचकर विवाद खड़ा किया गया.
- इसी जमीन पर बुधवार को ग्राम प्रधान अपने साथियों के साथ ट्रैक्टर लेकर जुताई करने पहुंचे.
- जिसपर ग्रामीणों ने विरोध किया.
- विरोध के बाद प्रधान और उनके साथियों ने ग्रामीणों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
सोनभद्र के जिला अधिकारी समेत शासन-प्रशासन के सभी अधिकारियों को इस बात की जानकारी थी. इसके बावजूद इस तरह से आदिवासियों का नरसंहार किया गया है. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी हो उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.
-छोटेलाल खरवार, पूर्व सांसद, भाजपा
सोनभद्र के घोरावाल तहसील क्षेत्र के मूर्तिया ग्रामसभा के उभ्भा गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षो में फायरिंग हुई. इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई. वहीं कई अन्य घायल हो गए. सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गम्भीर होने पर 6 लोगों को वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया है.