सीतापुर: पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अब छात्रों के साथ स्काउट गाइड और एनसीसी कैडेट्स का सहयोग लिया जायेगा. इसके लिए बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं. स्कूल के प्रधानाचार्यों को इसके लिए पत्र भेज दिया गया है ताकि इसके संबंध में वे ठोस रणनीति तैयार कर उसे क्रियान्वित कर सकें.
क्या बनाई गई है रणनीति-
खेतों में पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को लेकर अब सभी चिंतित हैं. सरकार भी इसके प्रति लोंगो को जागरूक करने की दिशा में अभिनव प्रयोग कर रही है. डीआईओएस नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि पराली जलाने पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए छात्रों को जागरूक करने की रणनीति तैयार की गई है ताकि इससे होने वाले दुष्प्रभावों को जानकर वे अपने परिवार के लोंगो को भी जागरूक कर सकें. उन्होंने बताया कि स्काउट गाइड,एनएसएस और एनसीसी कैडेट्स को भी लोंगो को जागरूक करने के लिए लगाया जायेगा ताकि वे किसानों को इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति सचेत कर सकें.
दीपावली पर भी प्रदूषण रोकने की तैयारी
डीआईओएस ने यह भी बताया कि आगामी दीपावली पर्व पर आतिशबाजी से भी होने वाले प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा. इन छात्रों को धुंआ और प्रदूषण से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जाएगी, जिससे वह खुद तो इसका प्रयोग करने से बचेंगे ही, साथ ही समाज के अन्य लोंगो को भी इसके दुष्प्रभावों की जानकारी देकर उन्हें इनके प्रयोग से रोकने में अहम भूमिका निभाएंगे.
पराली जलाने के दुष्प्रभावों से लोंगो को जागरूक करेंगे NCC और स्काउट गाइड
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें छात्रों के साथ स्काउट गाइड और एनसीसी कैडेट्स का सहयोग लिया जायेगा. इससे वे खुद भी बचेंगे और लोगों को भी जागरूक करेंगे.
सीतापुर: पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अब छात्रों के साथ स्काउट गाइड और एनसीसी कैडेट्स का सहयोग लिया जायेगा. इसके लिए बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं. स्कूल के प्रधानाचार्यों को इसके लिए पत्र भेज दिया गया है ताकि इसके संबंध में वे ठोस रणनीति तैयार कर उसे क्रियान्वित कर सकें.
क्या बनाई गई है रणनीति-
खेतों में पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को लेकर अब सभी चिंतित हैं. सरकार भी इसके प्रति लोंगो को जागरूक करने की दिशा में अभिनव प्रयोग कर रही है. डीआईओएस नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि पराली जलाने पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए छात्रों को जागरूक करने की रणनीति तैयार की गई है ताकि इससे होने वाले दुष्प्रभावों को जानकर वे अपने परिवार के लोंगो को भी जागरूक कर सकें. उन्होंने बताया कि स्काउट गाइड,एनएसएस और एनसीसी कैडेट्स को भी लोंगो को जागरूक करने के लिए लगाया जायेगा ताकि वे किसानों को इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति सचेत कर सकें.
दीपावली पर भी प्रदूषण रोकने की तैयारी
डीआईओएस ने यह भी बताया कि आगामी दीपावली पर्व पर आतिशबाजी से भी होने वाले प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा. इन छात्रों को धुंआ और प्रदूषण से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जाएगी, जिससे वह खुद तो इसका प्रयोग करने से बचेंगे ही, साथ ही समाज के अन्य लोंगो को भी इसके दुष्प्रभावों की जानकारी देकर उन्हें इनके प्रयोग से रोकने में अहम भूमिका निभाएंगे.