सीतापुर: केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के मीडिया प्रभारी का एक ऑडियो वायरल हुआ है. जिसमें कौशल किशोर के मीडिया प्रभारी के द्वारा टैक्सी स्टैंड पर की जा रही अवैध वसूली का विरोध कर रहे भारतीय किसान यूनियन के किसान नेता को धमकाते हुए ऑडियो वायरल हुआ है. ऑडियो वायरल होने के बाद सांसद कौशल किशोर ने अपने फेसबुक अकाउंट से मीडिया प्रभारी सौरभ सिंह को हटाए जाने की जानकारी पोस्ट की है.
दरअसल, सीतापुर जनपद के सिधौली नगर पंचायत में प्राइवेट टैक्सी चालकों द्वारा 23 अगस्त को उपजिलाधिकारी सिधौली को एक प्रार्थना पत्र दिया था. चालक फुरकान राजू, इरफान विजय, आसिफ, अकील, शानू, आकाश, सोनू, रमेश, कल्लू, विकास, अभिषेक, निर्मल आदि द्वारा दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया था कि कोरोनो संक्रमण के चलते विगत एक माह पूर्व सरकार ने प्राइवेट, सरकारी टैक्सी से किसी भी प्रकार का टोकन वसूली न करने का आदेश जारी किया था. टेंपो चालकों द्वारा प्रार्थना पत्र में सांसद मीडिया प्रभारी सौरभ सिंह पर अवैध वसूली का आरोप आरोप लगाया गया था.
शनिवार को वायरल ऑडियो में इस अवैध वसूली की पुष्टि कर दी. वायरल ऑडियो केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के मीडिया प्रभारी सौरभ सिंह का बताया जा रहा है. इस ऑडियो में मीडिया प्रभारी सौरभ सिंह द्वारा भारतीय किसान यूनियन के किसान नेता व मोहल्ला संत नगर पश्चिमी के सभासद प्रतिनिधि दीपू जायसवाल को टैक्सी स्टैंड पर टैम्पो, टैक्सी चालकों से की जारी अवैध वसूली का विरोध करने पर उनको धमकाते हुए नजर आ रहे हैं. ऑडियो में मीडिया प्रभारी द्वारा भाजपा जिला अध्यक्ष द्वारा फोन कराए जाने की बात भी विरोध करने को लेकर मौके पर निपट लेने की बात कही जा रही है. ऑडियो वायरल होने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद कौशल किशोर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर मीडिया प्रभारी सौरभ सिंह को हटाने की जानकारी पोस्ट की है.ऑडियो वायरल होने के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता और मोहल्ला संतनगर पश्चिमी के सभासद प्रतिनिधि दीपू जायसवाल ने क्षेत्राधिकारी सिधौली को एक प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें दीपू जयसवाल ने जान-माल की रक्षा करने और अवैध वसूली को रुकवाकर वसूली करने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
जारी अवैध वसूली
बता दें कि एक माह पूर्व उच्च न्यायालय और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद टैक्सी-टेंपो स्टैंड के ठेके को 27 अगस्त 2021 को नगर पंचायत सिधौली के अधिकारी के द्वारा निरस्त कर, बकाया धनराशि को कैंसिल कर दिया गया था. उसके बाद भी इन सत्ताधारी लोगों द्वारा नियमों को ताख पर रख कर, दबंगई के दम पर गरीब ड्राइवरों को डरा धमका कर जबरन वसूली कर रहे हैं.