सिद्धार्थनगर: पुलवामा हमले के बाद देश दहल गया है. इस हमले में 40 से ऊपर जवानों के शहीद होने के बाद सभी की आंखें नम और चेहरे पर आक्रोश है. इस दिल दहला देने वाले हमले के बाद हर तरफ सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. नेपाल बॉर्डर से सटा होने के कारण यूपी में सिद्धार्थनगर जिले के बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था और भी बढ़ा दी गई है. साथ ही, बार्डर पर चौकसी पहले से ज्यादा हो गई है और चेकिंग अभियान लगातार जारी है.
पुलवामा हमले के बाद देश के हर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, बॉर्डर से सटे जिलों में सुरक्षा व्यवस्था के और भी कड़े इंतजाम किए गए हैं, सिद्धार्थनगर इंडो नेपाल बॉर्डर से सटा जिला है और यह खुला बॉर्डर है. जहां इस पार से उस पार लोगों का आना-जाना लगा रहता है. बता दें कि, नेपाल जाने के लिए किसी भी तरीके का परमिशन नहीं लेना पड़ता है. इसलिए देश में पुलवामा हमले के बाद इंडो-नेपाल बार्डर पर सुरक्षा के और भी कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह और एसएसबी के कमांडेंट जनार्दन ने इंडो-नेपाल बार्डर की संयुक्त चेकिंग की. चेकिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक व कमांडेंट एसएसबी ने खुद लोगों की तलाशी ली और बार्डर पर सुरक्षा को और भी कड़ी करने की हिदायत दी. हमले के बाद इस खुले बार्डर पर एसएसबी पुलिसकर्मी और कस्टम के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है, ताकि कोई भी अराजक तत्व इंडो-नेपाल सीमा के माध्यम से हिंदुस्तान में प्रवेश न कर सके.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एसएसबी, कस्टम और सिविल पुलिस के सामंजस्य से सभी बार्डर पर चेकिंग की जा रही है. यह आगे भी जारी रहेगी. एसएसबी के कमांडेंट जनार्दन ने बताया कि, हम कोआर्डिनेशन के साथ पेट्रोलिंग करते रहते हैं और अक्सर हम ज्वाइंट पेट्रोलिंग करते हैं. उन्होंने बताया कि, पिछले साल करोड़ों में जब्तियां बरामद हुई थी. आज हमारी कोआर्डिनेशन की मीटिंग थी. जिसके बाद, हमने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया .