यूपी में कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा सरकार की रडार पर है. शासन-प्रशासन के आदेश पर शुक्रवार को संजीव उर्फ जीवा और उसके परिवार के लोगों की 21 बीघा जमीन कुर्क की गई है. संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा शामली जिले के बाबरी थाना क्षेत्र के गांव आदमपुर का रहने वाला है.
क्राइम पर ईटीवी भारत की खास सीरीज़ यूपी का 'माफिया राज'
शुक्रवार को डीएम शामली जसजीत कौर ने बताया कि शातिर अपराधी और उसके परिवार के सदस्यों के नाम आदमपुर गांव में मौजूद करीब 21 बीघा जमीन को कुर्क किया गया है. प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई गिरोहबंद एवं असामाजिक क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत की गई है. डीएम ने बताया कि यह कार्रवाई 14A के तहत की गई है. एसडीएम शामली ब्रिजेश कुमार सिंह और सीओ श्रेष्ठा ठाकुर ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर संपत्ति को सरकार के कब्जे में लिया है.
शातिर अपराधी संजीव जीवा के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में करीब 26 मुकदमें दर्ज हैं. उसके खिलाफ सबसे पहला मुकदमा 1995 में मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन थाने में लूट और हत्या का दर्ज किया गया था. इसके बाद से ही वह अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया. अपहरण, रंगदारी, लूट और हत्या की वारदातों से उसकी तूती यूपी समेत उत्तराखण्ड, दिल्ली और आस-पास के कई राज्यों में बोलने लगी थी.
एसपी शामली सुकीर्ति माधव ने बताया कि कुख्यात अपराधी संजीव जीवा फिलहाल मैनपुरी जेल में बंद हैं. गौरतलब है कि शातिर के जेल में बंद होने के बावजूद भी संजीव जीवा गैंग की गतिविधियां सामने आती रहती है. हाल ही में शामली पुलिस ने AK-47 असॉल्ट रायफल के साथ एक अपराधी को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में यह सामने आया था कि यह आधुनिक हथियार संजीव जीवा गैंग से ही खरीदा गया था.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप