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शाहजहांपुर: हथियारों की लूट पुलिस के लिए बनी बड़ी चुनौती - लाइसेंसी असलहे

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में अब तक 6 लाइसेंसी असलहे लूटे जा चुके हैं. साथ ही 5 सरकारी असलहे भी रिकॉर्ड से गायब हैं. सभी हथियारों की बरामदगी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.

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हथियारों की लूट पुलिस के लिए बनी बड़ी चुनौती
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Published : Feb 16, 2020, 10:45 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

शाहजहांपुर: जिले में अब तक 6 लाइसेंसी असलहे लूटे जा चुके हैं साथ ही 5 सरकारी असलहे भी रिकॉर्ड से गायब हैं. सभी हथियारों की बरामदगी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. फिलहाल डीआईजी बरेली रेंज अब क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की मदद से गायब और लूटे गए हथियारों का पता लगाने की बात कर रहे हैं.

मामले की जानकारी देते डीआईजी.

शाहजहांपुर के प्राइवेट लाइसेंसी हथियारों का इस्तेमाल बदमाश कर रहे हैं. इस बात की आशंका खुद डीआईजी बरेली रेंज ने जाहिर की है. इन हथियारों को जिले के अलग-अलग स्थानों से बदमाशों ने लूटा था, जिसमें बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटे मनोज वर्मा का लाइसेंस रिवाल्वर और तिलहर के डॉक्टर की भी लाइसेंसी रिवाल्वर शामिल है.

इसके अलावा एक फौजी की लाइसेंसी बंदूक भी लूट जा चुकी है. वहीं पुलिस के आंकड़े भी सरकारी असलहों के लापता होने की कहानी बयां कर रहे हैं. यहां पुलिस के सरकारी रिकॉर्ड से एक एके 47, दो इंसास राइफल और दो थ्री नॉट ट्री की राइफल लापता हैं.

इसके अलावा कई सरकारी कारतूस भी रिकॉर्ड से गायब हैं. प्राइवेट और सरकारी असलहों के लूटे जाने और गायब हो जाने का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है. हथियारों की बरामदगी पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज बनी हुई है. प्राइवेट लाइसेंसी हथियारों और लापता सरकारी हथियारों की बरामदगी के लिए पुलिस क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की मदद ले रही है.

ये भी पढ़ें- शाहजहांपुर में 'युवा चलें कृषि की ओर' वर्कशॉप का किया गया आयोजन

यहां थाने के सरकारी हथियारों का रिकॉर्ड उपलब्ध न कराने पर पुलिस ने जलालाबाद थाने के हेड मुहर्रिर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि सरकारी असलहों और कारतूसों का रिकॉर्ड गड़बड़ है. फिलहाल पुलिस फरार चल रहे रिटायर्ड हेड मुहर्रिर की गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है.

शाहजहांपुर: जिले में अब तक 6 लाइसेंसी असलहे लूटे जा चुके हैं साथ ही 5 सरकारी असलहे भी रिकॉर्ड से गायब हैं. सभी हथियारों की बरामदगी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. फिलहाल डीआईजी बरेली रेंज अब क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की मदद से गायब और लूटे गए हथियारों का पता लगाने की बात कर रहे हैं.

मामले की जानकारी देते डीआईजी.

शाहजहांपुर के प्राइवेट लाइसेंसी हथियारों का इस्तेमाल बदमाश कर रहे हैं. इस बात की आशंका खुद डीआईजी बरेली रेंज ने जाहिर की है. इन हथियारों को जिले के अलग-अलग स्थानों से बदमाशों ने लूटा था, जिसमें बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटे मनोज वर्मा का लाइसेंस रिवाल्वर और तिलहर के डॉक्टर की भी लाइसेंसी रिवाल्वर शामिल है.

इसके अलावा एक फौजी की लाइसेंसी बंदूक भी लूट जा चुकी है. वहीं पुलिस के आंकड़े भी सरकारी असलहों के लापता होने की कहानी बयां कर रहे हैं. यहां पुलिस के सरकारी रिकॉर्ड से एक एके 47, दो इंसास राइफल और दो थ्री नॉट ट्री की राइफल लापता हैं.

इसके अलावा कई सरकारी कारतूस भी रिकॉर्ड से गायब हैं. प्राइवेट और सरकारी असलहों के लूटे जाने और गायब हो जाने का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है. हथियारों की बरामदगी पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज बनी हुई है. प्राइवेट लाइसेंसी हथियारों और लापता सरकारी हथियारों की बरामदगी के लिए पुलिस क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की मदद ले रही है.

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यहां थाने के सरकारी हथियारों का रिकॉर्ड उपलब्ध न कराने पर पुलिस ने जलालाबाद थाने के हेड मुहर्रिर के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि सरकारी असलहों और कारतूसों का रिकॉर्ड गड़बड़ है. फिलहाल पुलिस फरार चल रहे रिटायर्ड हेड मुहर्रिर की गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है.

Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
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