शाहजहांपुरः जिले में एक ही परिवार के 9 सदस्यों के रहस्यमय बीमारी से इलाके में दहशत फैली हुई है. बीमारी से परिवार की एक किशोरी की मौत भी हो चुकी है. परिवार के 8 सदस्यों के शरीर की त्वचा लगातार काली पड़ चुकी है और शरीर पर फफोले पड़े हुए हैं. सभी लोग कमजोरी से परेशान हैं. परिवार को मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया था. इस मामले में इसी परिवार का एक सदस्य की हाथों पैरों की उंगलियां मुड़ गईं थी और मांसपेशियां कमजोर हो गईं थी. फिलहाल डॉक्टरों का कहना है पूरे परिवार को स्केबीज नाम की बीमारी हुई थी.
दरअसल, पुवायां थाना क्षेत्र के बड़ागांव के रहने वाले श्रीपाल के परिवार के 9 सदस्य इन दिनों रहस्यमय बीमारी से पीड़ित हैं. परिवार के सभी सदस्यों का शरीर की त्वचा धीरे-धीरे काली पड़ रही है. 4 दिन पहले ही इस परिवार की एक किशोरी की इसी बीमारी के चलते मौत भी हो गई थी. गौरतलब है कि पुवायां तहसील के बड़ागांव के रहने वाले सियाराम के पुत्र श्रीपाल की त्वचा का रंग 6 माह पहले अचानक काला पड़ने लगा. उन्हें आंखों में खिंचाव और शरीर पर फफोले पड़ने की समस्या होने लगी. धीरे-धीरे यह बीमारी श्रीपाल के पिता, मां, भाई और बहन सहित परिवार के सभी 8 सदस्यों को हो गई. 16 जनवरी को श्रीपाल की बहन शिवानी की बीमारी से मौत हो गई. इसके बाद भाई अवधेश की हालत भी गंभीर हो गई.
श्रीपाल का कहना है कि 'पहले हम लोगों ने बाराबंकी में इलाज करवाया था, जहां डॉक्टरों ने चर्म रोग बताया था. इसके बाद धीरे-धीरे फफोले सभी के शरीर में पढ़ने लगे. इसी दौरान हमारी एक बहन की मौत हो गई. अब मेडिकल कॉलेज में इलाज हुआ, तब जाकर त्वचा का रंग और शरीर का रंग धीरे-धीरे बदल रहा है. हम लोगों की दवाइयां चल रही हैं. अभी हमारा भाई अवधेश ठीक नहीं हो पाया है. उसकी हाथ पाव की उंगलियां मुड़ी हुईं है और मांसपेशियां कमजोर हैं'.
वहीं, मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य राजेश कुमार का कहना है कि 'इस परिवार को स्केबीज नाम की बीमारी थी, जिसको आम भाषा में खुजली भी बोलते हैं. इसमें त्वचा का रंग काला पड़ गया था. उनको दवाइयां दी गईं, जिसके बाद अब वह ठीक हो गए. उनके भाई की एक जांच में आया है कि उसको मांसपेशियों की बीमारी नहीं है, बल्कि उसके नर्वस सिस्टम रिलेटेड बीमारी है. उसकी भी जांच करा रहे हैं और दूसरा इसको क्लिनिकल डायग्नोसिस है, जिसको चिकित्सक बनाता है. वह उसको लगभग बन चुकी है'.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके गौतम का कहना है कि 'बड़ागांव में सूचना मिलने के बाद मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजा गया था. एक परिवार के 8 सदस्यों श्रीपाल, अवधेश, गुड्डी, सियाराम, रीमा और अनुज का परीक्षण कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. गांव के और किसी इस तरह की त्वचा की बीमारी की सूचना नहीं है. इस मामले में परिवार के सभी सदस्यों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. स्किन रोग विशेषज्ञ उनका बेहतर इलाज कर रहे हैं. केस स्टडी से पता लग रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों का इलाज किसी प्राइवेट डॉक्टर ने गलत दवाइयों से किया है, जिसकी वजह से सभी के शरीर पर काले निशान पड़ गए हैं और फफोले बने हुए हैं. फिलहाल सभी का इलाज मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है. अवधेश के शरीर में सुन्न पड़ चुका है और उंगलियां टेढ़ी हो गई हैं. उसका इलाज अभी चल रहा है और इसको पेरीफेरल न्यूरोपैथी नाम की बीमारी है, जिसका अभी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है'.
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