संत रविदास नगर: जिले के एक मात्र महाविद्यालय के लाइब्रेरी में बंद पुस्तकें रखी-रखी सड़ रही हैं. पिछले कई वर्षों से लाइब्रेरियन की नियुक्ति न होने के कारण लाइब्रेरी बंद पड़ा है. केएनपीजी डिग्री कॉलेज काशी नरेश की दान की हुई बिल्डिंग में सन 1951 से चल रहा है.
कई सालों से बंद पड़ी है लाइब्रेरी-
- लाइब्रेरी में गजेटियर संपादन के हिंदू धर्म की कई महत्वपूर्ण पुस्तकें रखी-रखी सड़ गई हैं.
- इसका देखभाल करने वाला कोई नहीं है.
- लाइब्रेरी पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो चुकी है.
- पिछले पांच सालों से लाइब्रेरी बंद पड़ी है.
- वहां पिछले कई सालों से सिर्फ एक कर्मचारी फॉर्मेलिटी के तौर पर काम करता है.
इस स्थिति को लेकर कॉलेज प्रशासन ने सरकार को कई बार पत्र लिखे, लेकिन उसका आज तक जवाब नहीं मिला. ऐसी स्थिति में लाइब्रेरी की देखभाल करने वाला कोई नहीं है. विद्यार्थी बाहर से पुस्तक खरीदने को मजबूर हैं.
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विद्यार्थियों का कहना है कि अगर किसी क्लास में टीचर मौजूद नहीं रहता है तो किसी भी विद्यार्थी के पास घूमने के अलावा कोई चारा नहीं है. अगर लाइब्रेरी सही रहती तो बाहर से किताबें नहीं खरीदनी पड़ती और न ही किताबों के लिए भटकना पड़ता. साइबर लाइब्रेरी का निर्माण दो वर्ष पहले हुआ, लेकिन आज तक साइबर लाइब्रेरी में विद्यार्थियों की बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है.
प्रशासन को पिछले चार साल से लगातार पत्र लिख रहे हैं कि यहां नियुक्ति कराई जाए, ताकि लाइब्रेरी सही तरीके से चलाया जा सके. अब तक प्रशासन से कोई जवाब नहीं मिल पाया है.
-पीएन डोंगरे, प्रिंसिपल