भदोही: जिले में 108 और 102 एंबुलेंस के स्टाफ ने जिला अस्पताल पर प्रदर्शन किया. सेवा प्रदाता कंपनी के खिलाफ एंबुलेंस स्टाफ ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को जल्द पूरा करने को कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि वह 28 तारीख से अपनी सेवाएं बंद कर कार्य का बहिष्कार करेंगे.
भदोही जनपद में 108 और 102 की 45 एंबुलेंस में 162 स्टाफ द्वारा यह सेवा संचालित की जाती है. एंबुलेंस स्टाफ ने अगर एंबुलेंस सेवा बंद कर दी तो पूरे जिले में मरीजों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी. आपको बता दें कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एंबुलेंस स्टाफ ने जिला अस्पताल पर प्रदर्शन किया. एंबुलेंस स्टाफ की प्रमुख मांग है कि ठेका प्रथा बंद की जाए. साथ ही सेवा प्रदाता कंपनी ने पिछले 7 महीने से पीएफ का पैसा जमा नहीं कराया है, उसे जमा कराया जाए और उसकी जांच की जाए. बढ़ी हुई सैलरी भी उन्हें नियमित रूप से दी जाए.
एंबुलेंस चालकों का कहना है कि जिस तरीके से प्राइवेट कंपनियों द्वारा ठेका देकर उनका शोषण किया जा रहा है, उस पर भी सरकार विचार करे. उन्होंने ऐसे ही कई आरोप सेवा प्रदाता कंपनी पर लगाए हैं. एंबुलेंस का जो भी स्टाफ अभी जिले में कार्यरत है, उनकी सेवा प्रदाता कंपनी फर्जी केस दिखाकर टारगेट बढ़ाने का भी दबाव बना रही है. इन सब कारणों से स्टाफ काफी परेशान है, इसलिए मांग की जा रही है कि मूलिंस स्टाफ को एनआरएचएम में शामिल किया जाए.
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भदोही जिला अस्पताल पर प्रदर्शन कर रहे एंबुलेंस स्टाफ ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह शुक्रवार शाम तक अपनी एंबुलेंस सेवा बंद कर देंगे. उन्होंने कहा है कि इसको लेकर लखनऊ में भी उनके संगठन के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वह अपने कार्य का पूरी तरीके से बहिष्कार कर देंगे.