संभलः जिले में प्रशासन की लापरवाही की पोल खुली है. यहां ट्रेन से कटकर करीब 11 गोवंशीय पशुओं की दर्दनाक मौत हुई है. गोवंशीय पशुओं की ट्रेन से कटकर मौत की सूचना से पुलिस प्रशासन हलकान है. मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने पहुंचकर घटना का जायजा लिया है.
गोवंशीय पशुओं को गौशालाओं में संरक्षित किए जाने के प्रशासन के दावे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे हैं, क्योंकि सड़कों पर आज भी छुट्टा गोवंश जहां-तहां भटक रहे हैं. बावजूद इसके प्रशासन की ओर से ठोस इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं. छुट्टा गोवंश को लेकर शनिवार को संभल जिले से दुखद खबर आई है. यहां ट्रेन से कटकर करीब 11 से अधिक गोवंश की मौत हुई है.
बहजोई कोतवाली क्षेत्र के लहरावन गांव स्थित मुरादाबाद-अलीगढ़ रेलवे ट्रैक पर शनिवार सुबह छुट्टा पशु खड़े हो गए थे, जो ट्रेन की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई. गोवंशीयो पशुओं की ट्रेन से कटकर मौत की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. गौरक्षक दल के सदस्य भी मौके पर पहुंच गए. गोवंशीय पशुओं की मौत से गौरक्षक दल के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है.
गौरक्षक दल के अजय प्रजापति ने बताया कि 1 महीने के भीतर गोवंश पशुओं के साथ कई घटनाएं घट चुकी हैं. वहीं, आज ट्रेन से कटकर 11 पशुओं की मौत हुई है, जो दुखद घटना है. वहीं, चंदौसी एसडीएम रामकेश धामा ने बताया कि कुल गोवंशीय पशुओं की ट्रेन से कटकर मौत हुई है, जबकि कुछ पशु घायल हुए हैं जिन्हें उपचार के बाद गौशाला भेजा गया है. बहरहाल जनपद संभल में प्रशासन जिस तरह से निराश्रित गोवंश को लेकर दावे करता है उन दावों की आज पूरी तरह से पोल खुली है, क्योंकि संभल जिले में लगातार छुट्टा गोवंश की शिकायत सामने आ रही है. वहीं, छुट्टा गोवंश की वजह से किसान भी परेशान हैं. छुट्टा गोवंश को लेकर कई बार किसान प्रशासन को शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन छुट्टा गौवंश से निजात नहीं मिल पाई है.
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