सहारनपुर : एक ओर जहां धर्म संसद में साधु संतों ने अयोध्या कूच करने का आह्वान किया है. वहीं संतो के इस आह्वान पर देवबंदी उलेमओं ने न सिर्फ नाराजगी जताई है बल्कि मुसलमानों के सब्र का इम्तिहान नही लेने की बात कही है. संतों के एलान के बाद उनके बयान पर देवबंदी उलेमा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा की केन्द्र एवं यूपी सरकार व साधु संत हमारे सब्र का इम्तिहान न ले. हम अमन चैन पसंद हैं और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करेगें, लेकिन जो देश का माहौल खराब करना चाहते हैं ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाये.
देवबन्दी उलेमा मुफ्ती अरशद कासमी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम इस मुल्क के अंदर अमन चैन चाहते हैं और सुकून के साथ में जिंदगी गुजार रहे हैं. हमलोग बार-बार यही एलान किये हैं कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आएगा वो हमें मंजूर होगा. मुसलमानों को हिंदुस्तान के ऊपर और हिंदुस्तान के संविधान के ऊपर भरोसा और यकीन है. हम यही चाहते हैं कि जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा वो हमें मंजूर होगा.
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुछ फिरका परस्त साधु-संत हैं जिनको अमन चैन का संदेश देना चाहिए जिनका सेवा यह है कि वो अमन अमन चैन की बात करें लेकिन वो सभी मुल्क का माहौल खराब कर रहे हैं. हमारे हिंदुस्तान का अमन चैन बर्बाद कर रहे हैं. ऐसे लोग मेरी नजर में देश के गद्दार हैं, जो देश का माहौल खराब करना चाहते हैं. मैं केंद्र की सरकार से और यूपी सरकार से यही मांग करता हूं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं तो हम समझेंगे की सरकार भी ऐसे लोगों का साथ दे रही है.