सहारनपुर: एक ओर जहां आधुनिकता के दौर में युवा वर्ग tik-tok, instagram समेत सोशल मीडिया पर रील बनाने में आधी जिंदगी बर्बाद करने में लगा हुआ है वहीं सहारनपुर के हर्ष ने ड्रोन तकनीकी में अनोखी इबारत लिखी है. हर्ष ने भारत सुरक्षा और किसानों को समर्पित ड्रोन बना कर जिले के साथ गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय तकनीकी प्रद्योगिकी विश्विद्यालय का नाम भी रोशन किया है.
इसके चलते प्रधानमंत्री मोदी ने डीन प्रोफेसर संजय कुमार सोनी के साथ युवा छात्र हर्ष को मिलने के लिए अहमदाबाद बुलाया है. जहां 5 जुलाई को पीएम मोदी उनसे मुलाकात करेंगे. पीएम के बुलावे के बाद जहां हर्ष फुले नहीं समा रहे हैं. वहीं, परिजनों में खुशी का माहौल बना हुआ है. उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. हर्ष की इस उपलब्धि के बाद सीएम योगी ने भी ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है.
देश मे ड्रोन की बढ़ती आवश्यकताओं को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने तकनीकी प्रौद्योगिकी विकास के युवाओं के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए हैं. सहारनपुर के युवा छात्र हर्ष सहगल ने जहां ड्रोन बनाकर देश की सुरक्षा और किसानों को समर्पित किया है. वहीं गोरखपुर की मदन मोहन मालवीय तकनीकी प्रद्योगिकी विश्विद्यालय का देश में भी गौरव बढ़ाया है. पीएम मोदी ने हर्ष को मिलने के लिए अहमदाबाद आमंत्रित किया है.
आपको बता दें कि, हर्ष के पिता जगजीत सहगल सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, मां प्रभा सहगल शिक्षिका हैं. हर्ष सहगल मदन मोहन मालवीय तकनीकी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का बीटेक फाइनल के छात्र हैं.
25 जून 2022 को बेंगलुरु में सोसाइटी ऑफ ऑटोमेटिक इंजीनियर्स के तहत अंतरराष्ट्रीय ऐरोथोन- 2022 की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, गोरखपुर के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. प्रतियोगिता (UAV) ड्रोन डिजाइन एवम प्रोजेक्ट्स दिखाने के लिए आयोजित की गई थी. इसमें टीम लीडर हर्ष सहगल ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिक विश्विद्यालय, गोरखपुर को प्रथम रैंक दिलवाने में सफलता हासिल की.
हर्ष की टीम की इस उपलब्धि पर सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं ट्वीट करके उन्हें बधाई दी. उक्त विश्विद्यालय के डीन प्रोफेसर संजय कुमार सोनी के मार्गदर्शन में टीम कैप्टन हर्ष सहगल सहित विवेक शुक्ला, उत्कर्ष दुबे, प्रियांशु पांडेय, पीयूष चतुर्वेदी, आशुतोष तिवारी, अग्निवेश आनन्द पांडेय, अनिकेत चौरसिया, सतीश यादव, उत्कर्ष सिंह का उल्लेखनीय सहयोग रहा है.
उनकी इस उपलब्धि से तकनीकी क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि प्रभावित होकर प्रधानमंत्री कार्यालय से गोरखपुर के डीएम कार्यालय फोन कर निर्देशत किया गया कि, 5 जुलाई 2022 को हर्ष सहित डीन प्रोफेसर संजय कुमार सोनी को गुजरात के अहमदाबाद में मिलने के लिए बुलाया है. PMO से आये फोन के बाद डीएम गोरखपुर ने तत्काल हर्ष और डॉ संजय कुमार सोनी को सरकारी कार से अहमदाबाद भिजवा दिया है.
हर्ष सहगल ने बताया कि, उसने ड्रोन को भारत की सुरक्षा एवं किसानों को पेस्टीसाइड के छिड़काव के लिए बना कर पीएम नरेंद्र मोदी को समर्पित किया है. जबकि पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जापान से खरीदे गए 200 ड्रोन के रख रखाव और उनकी तकनीक को लेकर वह प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े शिक्षकों और अनुसंधानकर्ताओं से अपनी चिंता व्यक्त कर चुके हैं. हर्ष की इस उपलब्धि को देश के संदर्भ में अत्यंत महत्व दिया जा रहा है. यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी स्वयं मिलकर इसमें सहयोग करने और राष्ट्र के उन्नयन में उक्त तकनीक के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं.
स्मार्ट सिटी सहारनपुर के नवीन नगर निवासी हर्ष सहगल के पिता जगजीत सहगल और माता प्रभा सहगल ने बताया कि, हर्ष जब लगभग 10 या 12 वर्ष का था तभी से वह मेला गुघाल में जाकर केवल हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर ही खरीदता था. अगले ही दिन वह उन खिलौनों को तोड़ कर जोड़ देता था. हालांकि उसकी इस हरकत पर उन्हें गुस्सा भी आता था. लेकिन पल भर में हर्ष उन्हें जोड़ कर फिर तैयार कर देता था. उन्होंने कभी सपने में भी नही सोचा था कि एक दिन वह ऐसी उपलब्धि देश के लिए हासिल करेगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप