सहारनपुर: देवबंद में चल रहे मुत्तहिदा ख्वातीन कमेटी के धरने को लेकर भाजपा नेताओं ने पूर्व विधायक पर फंडिंग करने का आरोप लगाया है. वहीं विधायक माविया अली ने बीजेपी के दबाव में बेटे समेत अपनी गिरफ्तारी आशंका जताई है. पूर्व सपा विधायक का कहना है कि प्रशासन उनकी गिरफ्तारी के लिए षड़यंत्र रच रहा है.
देवबंद के ईदगाह मैदान में पिछले 10 दिनों से महिलाओं का आंदोलन लगातार जारी है. CAA के विरोध में इस आंदोलन के लिए पूर्व विधायक माविया अली को न सिर्फ जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, बल्कि खर्च के लिए फंडिंग करने का आरोप भी लगाया गया है, जिसके बाद माविया अली ने सफाई देते हुए भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि देवबंद में सीएए और एनआरसी के विरोध में शांति पूर्वक चल रहा सत्याग्रह अब उनकी आंखो में खटकने लगा है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता अब प्रशासन पर दबाव डाल उनको और उनके पुत्र को किसी संगठन से जोड़ उन्हें गिरफ्तार कराने का षड़यंत्र रच रहे हैं. माविया अली ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी कराने वाले शांतिपूर्वक हो रहे सत्याग्रह को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. नगरवासियों के सहयोग से चल रहा सत्याग्रह संवैधानिक एवं सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरुप चल रहा है, लेकिन भाजपा के लोग सत्याग्रह के नाम पर दंगा करा राजनीतिक रोटियां सेंकने का षड़यंत्र रच रहे हैं.
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सत्याग्रह पर कोई असर नहीं पड़ने वाला और नगरवासी इसे शांतिपूर्वक चलाते रहेंगे. प्रदेश सरकार देवबंद के धरने को समाप्त कराए जाने को इसे पीएफआई से फंडिंग होने का दावा कर रही है, जबकि इसे देवबंद के गली-गली से लोग अपने घरों से पांच-पांच, दस-दस रुपये एकत्र कर चाय और खाने का प्रतिदिन प्रबंध कर रहे हैं.
माविया अली,पूर्व सपा विधायक