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श्री त्रिपुर बाला सुन्दरी देवी ऐतिहासिक मेले का शुभारंभ, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी के मंदिर के पास प्रतिवर्ष मेला लगता है. मेले में भारी मात्रा में श्रद्धालु आते हैं. वहीं सबका कहना है कि माता के दर्शन मात्र से ही सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.

श्री त्रिपुर बाला देवी ऐतिहासिक मेला
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Published : Apr 18, 2019, 7:01 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर : श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी मेला प्रारम्भ हो गया है. वहीं मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बन रही है. माता के जयकारों के साथ श्रद्धालु भवन में प्रवेश कर रहे हैं.

श्री त्रिपुर बाला देवी ऐतिहासिक मेले का हुआ शुभारंभ.

पश्चिमी यूपी के ऐतिहासिक श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी मेला का शुभारंभ हो गया है. अब तक लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर लिए हैं. प्रतिवर्ष इस मेले का आयोजन होता है और इस मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं. भवन से एक किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी है. सभी श्रद्धालु माता के दरबार में प्रसाद चढ़ाकर अपनी-अपनी मन्नतें मांग रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से इस शक्तिपीठ पर आता हैं उसकी सभी मनौती पूर्ण होती है. इस मेले में यूपी के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.

यह मेला 21 दिन तक चलता है. माता के दर्शन के बाद सभी श्रद्धालु ध्यानु भगत पर भी प्रसाद चढ़ाते हैं. ध्यानु भगत माता का बहुत बड़ा भक्त हुआ करता था, उसने माता को प्रसन्न करने के लिए अपना शीश काटकर मां को अर्पण कर दिया था. इससे प्रसन्न होकर माता ने ध्यानु भगत का शीश पुनः जोड़ दिया और ध्यानु भगत से कहा कि तुम सदा मेरी आंखों के सामने रहोगे और सदा-सदा के लिए मेरे साथ ही पूजे जाओगे. तबसे ध्यानु भगत की प्रतिमा मां के भवन के सामने स्थापित है. सभी श्रद्धालु माता के दर्शन के बाद ध्यानु भगत के दर्शन करना नहीं भूलते हैं. माता बाला सुन्दरी के अलावा माता काली, माता शाकुम्भरी, माता अन्नपूर्णा का मंदिर भी यहीं स्थापित हैं. मेले में आए सभी श्रद्धालु यहां माथा टेक कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं.

सहारनपुर : श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी मेला प्रारम्भ हो गया है. वहीं मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते ही बन रही है. माता के जयकारों के साथ श्रद्धालु भवन में प्रवेश कर रहे हैं.

श्री त्रिपुर बाला देवी ऐतिहासिक मेले का हुआ शुभारंभ.

पश्चिमी यूपी के ऐतिहासिक श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी मेला का शुभारंभ हो गया है. अब तक लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर लिए हैं. प्रतिवर्ष इस मेले का आयोजन होता है और इस मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु आए हुए हैं. भवन से एक किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी है. सभी श्रद्धालु माता के दरबार में प्रसाद चढ़ाकर अपनी-अपनी मन्नतें मांग रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से इस शक्तिपीठ पर आता हैं उसकी सभी मनौती पूर्ण होती है. इस मेले में यूपी के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.

यह मेला 21 दिन तक चलता है. माता के दर्शन के बाद सभी श्रद्धालु ध्यानु भगत पर भी प्रसाद चढ़ाते हैं. ध्यानु भगत माता का बहुत बड़ा भक्त हुआ करता था, उसने माता को प्रसन्न करने के लिए अपना शीश काटकर मां को अर्पण कर दिया था. इससे प्रसन्न होकर माता ने ध्यानु भगत का शीश पुनः जोड़ दिया और ध्यानु भगत से कहा कि तुम सदा मेरी आंखों के सामने रहोगे और सदा-सदा के लिए मेरे साथ ही पूजे जाओगे. तबसे ध्यानु भगत की प्रतिमा मां के भवन के सामने स्थापित है. सभी श्रद्धालु माता के दर्शन के बाद ध्यानु भगत के दर्शन करना नहीं भूलते हैं. माता बाला सुन्दरी के अलावा माता काली, माता शाकुम्भरी, माता अन्नपूर्णा का मंदिर भी यहीं स्थापित हैं. मेले में आए सभी श्रद्धालु यहां माथा टेक कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं.

Intro:श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी मेला हुआ प्रारम्भ, श्रद्धालुओं की लगी लंबी-लंबी लाइन, मां के जयकारों से गुंजा भवन, रात्रि दो बजे से आ रहे श्रद्धालु।


Body:पश्चिमी यूपी के ऐतिहासिक श्री त्रिपुर मां बाला सुन्दरी देवी मेला का हुआ शुभारंभ , श्रद्धालुओं की लगी लम्बी-लम्बी लाइन, अब तक लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने किया दर्शन।
श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी मेले का चतुर्दशी पर शुभारंभ हो गया है। प्रतिवर्ष इस मेले का आयोजन होता है इस मेले में बड़ी दूर -दूर से श्रद्धालु आये हुए है।
भवन से एक किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी है सभी श्रद्धालु माता के दरबार मे प्रसाद चढ़ाकर अपनी अपनी मन्नते मांग रहे है। ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालुओं सच्चे मन से इस शक्तिपीठ पर आता हैं उसकी सभी मनोती मां पूर्ण करती है। इस मेले में यूपी के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है। यह मेला 21 दिन तक चलता है। माता के दर्शन के बाद सभी श्रद्धालु ध्यानु भगत पर भी प्रसाद चढ़ाते है, ध्यानु भगत माता का बहुत बडा भक्त हुआ है, उसने माता को प्रसन्न करने के लिए अपना शीश काटकर मां को अर्पण कर दिया था। इसी से प्रसन्न होकर माता ने ध्यानु भगत का शीश पुनः जोड़ दिया और ध्यानु भगत से कहा कि तुम सदा मेरी आंखों के सामने रहोगे और सदा-सदा के लिये मेरे साथ ही पूजे जाओगे, ध्यानु भगत की प्रतिमा मां के भवन के सामने स्थापित है।जब से ही सभी श्रद्धालु माता के दर्शन के बाद ध्यानु भगत के दर्शन करना नही भूलते।
माता बाला सुंदरी के अलावा माता काली, माता शाकुम्भरी, माता अन्नपूर्णा का मंदिर भी यही स्थापित है। मेले में आये सभी श्रद्धालु यहां भी माथा टेक कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते है।

बाईट पण्डित सतेंद्र शर्मा
माता बाला सुंदरी मन्दिर पुजारी


Conclusion:बलवीर सैनी
देवबन्द सहारनपुर
मोबाइल 9319488130
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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