ETV Bharat / state

देवबंद के छात्रों में फैला कोरोना, जमातियों समेत 86 लोग पॉजिटिव - उत्तर प्रदेश समाचार

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित दारुल उलूम देवबंद के छात्रों में कोरोना पहुंच चुका है. जमातियों समेत 86 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गए हैं.

देवबंदी छात्रों में फैला कोरोना संक्रमण
देवबंदी छात्रों में फैला कोरोना संक्रमण
author img

By

Published : Apr 28, 2020, 11:36 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:22 PM IST

सहारनपुर : कोरोना वायरस अब विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम में भी घुस गया है, जहां देशी विदेशी जमातियों समेत 86 लोगों मे कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 400 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन कर जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं.

देवबंदी छात्रों में फैला कोरोना संक्रमण

ईटीवी भारत से बातचीत में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि जनपद सहारनपुर में अभी तक कुल 166 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से देवबंद में 86 मामले हैं. ये 86 मामले खानकाह चौकी और दूसरा किला क्षेत्रों में पाए गए हैं. ज्यादातर केस दानिश मंजिल हासिम बिल्डिंग में रुके हुए थे, जिसमें अधिकांश छात्र आसाम से आए हुए पढ़ने वाले छात्र हैं.

कोरोना पॉजिटिव मामलों में हो रही वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे देवबंद में न सिर्फ लॉकडाउन किया है, बल्कि हॉटस्पॉट बनाया गया है. जिलाधिकारी समेत कई आला अधिकारियों की टीम कस्बे में निगरानी रखे हुए है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में विशेष टीमें लगाई गई हैं. खुफिया विभाग और सबन्धित अधिकारियों को जमातियों एवं छात्रों के नजदीकियों को ट्रेस करने में लगाए गए हैं. कांट्रैक्ट ट्रेसिंग करने के बाद हम लोगों ने जितने भी संदिग्ध व्यक्ति हैं, सभी को क्वारंटाइन कर उनके सैंपल हम लोगों ने परीक्षण के लिए भेज दिया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में तीनों प्रकार के लोग शामिल हैं. कुछ जमाते ऐसी हैं जो गुजरात और आसाम से देवबंद आई थी. इसके साथ-साथ आसाम के कुछ छात्र हैं जो दारुल उलूम देवबंद में पढ़ने आये हुए हैं. इनके अलावा कुछ अफगानिस्तान और कजाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों के छात्रों में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

जिलाधिकारी के मुताबिक देवबंद में कुछ मरकज जमाती और छात्र हैं, जिनका आपस में संपर्क रहा है. बताया जा रहा है कि सबसे पहले दो छात्र किसी काम के लिए हजरत निजामुद्दीन की मरकज गए थे. मरकज से लौटने के बाद ही उनमें संक्रमण पाया गया है. दारुल उलूम छात्रों में कोरोना पुष्टि होने के बाद उनके संपर्क में आने वाले सभी नजदीकियों की सूची पूरी कर ली गई है. सूची के आधार पर काम किया जा रहा है.

विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम के छात्रों में में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने देवबंदी उलेमाओं और सहारनपुर के अन्य धर्म गुरुओं से संपर्क कर अपील की थी. लॉकडाउन का मकसद कोरोना को हराना है तो इसके लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना जरूरी है, जिसमें उलेमाओं और धर्म गुरुओं ने अपना पूरा सहयोग दिया है. इतना ही नहीं उस सहयोग के दृष्टिगत प्रशासन ने दारुल उलूम देवबंद के वीसी मौलाना अबूल कासिम नोमानी से छात्रों और इस्लाम से जुड़े लोगों को समझाने की अपील की है. दारुल उलूम के सभी छात्रों को बताया जा रहा है कि कोरोना से बचने के लिए उन्हें क्या करना है और क्या करने से बचना है.

सहारनपुर : कोरोना वायरस अब विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम में भी घुस गया है, जहां देशी विदेशी जमातियों समेत 86 लोगों मे कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 400 से ज्यादा लोगों को क्वारंटीन कर जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं.

देवबंदी छात्रों में फैला कोरोना संक्रमण

ईटीवी भारत से बातचीत में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि जनपद सहारनपुर में अभी तक कुल 166 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से देवबंद में 86 मामले हैं. ये 86 मामले खानकाह चौकी और दूसरा किला क्षेत्रों में पाए गए हैं. ज्यादातर केस दानिश मंजिल हासिम बिल्डिंग में रुके हुए थे, जिसमें अधिकांश छात्र आसाम से आए हुए पढ़ने वाले छात्र हैं.

कोरोना पॉजिटिव मामलों में हो रही वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे देवबंद में न सिर्फ लॉकडाउन किया है, बल्कि हॉटस्पॉट बनाया गया है. जिलाधिकारी समेत कई आला अधिकारियों की टीम कस्बे में निगरानी रखे हुए है. इसके अलावा इन क्षेत्रों में विशेष टीमें लगाई गई हैं. खुफिया विभाग और सबन्धित अधिकारियों को जमातियों एवं छात्रों के नजदीकियों को ट्रेस करने में लगाए गए हैं. कांट्रैक्ट ट्रेसिंग करने के बाद हम लोगों ने जितने भी संदिग्ध व्यक्ति हैं, सभी को क्वारंटाइन कर उनके सैंपल हम लोगों ने परीक्षण के लिए भेज दिया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में तीनों प्रकार के लोग शामिल हैं. कुछ जमाते ऐसी हैं जो गुजरात और आसाम से देवबंद आई थी. इसके साथ-साथ आसाम के कुछ छात्र हैं जो दारुल उलूम देवबंद में पढ़ने आये हुए हैं. इनके अलावा कुछ अफगानिस्तान और कजाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों के छात्रों में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

जिलाधिकारी के मुताबिक देवबंद में कुछ मरकज जमाती और छात्र हैं, जिनका आपस में संपर्क रहा है. बताया जा रहा है कि सबसे पहले दो छात्र किसी काम के लिए हजरत निजामुद्दीन की मरकज गए थे. मरकज से लौटने के बाद ही उनमें संक्रमण पाया गया है. दारुल उलूम छात्रों में कोरोना पुष्टि होने के बाद उनके संपर्क में आने वाले सभी नजदीकियों की सूची पूरी कर ली गई है. सूची के आधार पर काम किया जा रहा है.

विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम के छात्रों में में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने देवबंदी उलेमाओं और सहारनपुर के अन्य धर्म गुरुओं से संपर्क कर अपील की थी. लॉकडाउन का मकसद कोरोना को हराना है तो इसके लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना जरूरी है, जिसमें उलेमाओं और धर्म गुरुओं ने अपना पूरा सहयोग दिया है. इतना ही नहीं उस सहयोग के दृष्टिगत प्रशासन ने दारुल उलूम देवबंद के वीसी मौलाना अबूल कासिम नोमानी से छात्रों और इस्लाम से जुड़े लोगों को समझाने की अपील की है. दारुल उलूम के सभी छात्रों को बताया जा रहा है कि कोरोना से बचने के लिए उन्हें क्या करना है और क्या करने से बचना है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.