रामपुरः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब्दुल्लाह आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में मंगलवार को एमपी एमएलए कोर्ट में आजम खान, उनकी पत्नी डॉक्टर ताजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम खान तीनों लोग पेश हुए. दो गवाहों को भी आजम खान ने पेश किया. बरहाल इस मामले में काफी लंबी बहस चली. आजम खान की पत्नी और अब्दुल्ला आजम खान कई घंटे कोर्ट में मौजूद रहे. वहीं, आजम खान के वकील जुबेर अहमद खान ने अब्दुल्लाह आजम खान की सही डेट ऑफ बर्थ 30-9-90 बताई है. अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 मई मुकर्रर की है. अब्दुल्ला आजम की दो जन्म प्रमाण पत्र का मामला कोर्ट में चल रहा है. अब्दुल्ला आजम के एक जन्म प्रमाण पत्र में 1990 है तो वहीं दूसरे जन्म प्रमाण पत्र में 1993 है.
अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया कि अब्दुल्लाह आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित मामला माननीय न्यायालय में चल रहा है. मामला थाना गंज का है 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी वे पत्रावली वाली सफाई साक्ष्य में चल रही है. आज सफाई साक्ष्य में नियत थी. बचाव पक्ष के द्वारा आज दो गवाहों को पेश किया गया. अब्दुल करीम और तस्लीम को उनकी गवाही हुई. सफाई साक्ष्य में अगली तिथि 25 तारीख नियत की गई है.
वहीं, आजम खान के अधिवक्ता जुबेर अहमद खान ने बताया कि 'अब्दुल्लाह आजम खान के मैटर डिफेंस एविडेंस में चल रहा है. न्यायालय में मैटर पेंडिंग है. इसमें बहुत ज्यादा कुछ कहना मुनासिब नहीं है, लेकिन हमारा जो कहना है अब्दुल्लाह आजम खान साहब की जो पैदाइश की तारीख वह 30-9-90 है और पैदाइश के ठीक ढाई महीने बाद अब्दुल्लाह आजम खां के मामू अब्दुल मतीन साहब की शादी हुई थी. उस शादी के अंदर वह ढाई महीने के थे और इस बात का पूरा साक्ष्य हैट.
उन्होंने बताया कि 'यह बात साफ जाहिर होती है, उनके स्कूल के अंदर जो डेट ऑफ बर्थ लिखी हुई है वह गलत लिखी गई है. उनकी सही डेट ऑफ बर्थ 30-9-90 है. कोर्ट में हमने इसी बात के सुबूत दिए हैं. मामला तो कोर्ट के अंदर पेंडिंग है उनके मामू की जो शादी हुई थी उस शादी के सिलसिले में हमने सुबूत दिया है. उसके संबंध में गवाही हुई, इससे साफ जाहिर है अब्दुल्ला आजम दिसंबर 1990 में ढाई महीने के थे. अब अगली तारीख 2 दिन बाद की है'.
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