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तहसील कर्मियों को मिला नया भवन, कर्मचारियों में खुशी की लहर

रायबरेली में तहसील कर्मचारियों को नए भवन में जाने से खुशी महसूस कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी निगम ने 6 करोड़ 32 लाख की लागत से इस भवन का निर्माण कराया है.

तहसील कर्मियों को मिला नया भवन
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Published : Mar 6, 2019, 6:44 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: सदर तहसील कर्मचारियों का इंतजार आख़िरकार खत्म हो गया और उन्हें काम करने के लिए एक नया भवन मिल गया. पुराना भवन इतना जीर्ण शीर्ण था कि कर्मचारी वहां काम करते समय डर महसूस करते थे. जिला प्रशासन ने उनकी समस्या को देखते हुए नए भवन निर्माण का निर्णय लिया. इसके बाद भवन निर्माण का कामकाज शुरू हो गया था. लेकिन अब भवन बन कर तैयार हो चुका है जिसका इंतजार कर्मचारी कई सालों से कर रहे थे.

तहसील कर्मियों को मिला नया भवन


पुराना तहसील भवन जर्जर हो चुका था और उसकी हालत खराब हो चुकी थी. आबकारी भवन के पड़ोस में उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी निगम ने 6 करोड़ 32 लाख की लागत से इस भवन का निर्माण कराया है. पुरानी तहसील में रखी पत्रावलियां भवन पर पिछले दो दिन से शिफ्ट की जा रही थी. जिससे अब कर्मचारियों ने यहां पर अपना काम करना भी शुरू कर दिया है.
राजस्व लेखपाल पूजा ने बताया कि यहां आने के बाद खुशी महसूस कर रही हूं. पुरानी तहसील की बिल्डिंग की हालत खराब हो चुकी थी साथ ही वहां सुविधाएं नहीं थी.
उपजिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि चुनाव नजदीक है. इसकी वजह से जल्दबाज़ी में शिफ्ट करना पड़ा. नब्बे प्रतिशत सामान की शिफ्टिंग हो चुकी है.

रायबरेली: सदर तहसील कर्मचारियों का इंतजार आख़िरकार खत्म हो गया और उन्हें काम करने के लिए एक नया भवन मिल गया. पुराना भवन इतना जीर्ण शीर्ण था कि कर्मचारी वहां काम करते समय डर महसूस करते थे. जिला प्रशासन ने उनकी समस्या को देखते हुए नए भवन निर्माण का निर्णय लिया. इसके बाद भवन निर्माण का कामकाज शुरू हो गया था. लेकिन अब भवन बन कर तैयार हो चुका है जिसका इंतजार कर्मचारी कई सालों से कर रहे थे.

तहसील कर्मियों को मिला नया भवन


पुराना तहसील भवन जर्जर हो चुका था और उसकी हालत खराब हो चुकी थी. आबकारी भवन के पड़ोस में उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी निगम ने 6 करोड़ 32 लाख की लागत से इस भवन का निर्माण कराया है. पुरानी तहसील में रखी पत्रावलियां भवन पर पिछले दो दिन से शिफ्ट की जा रही थी. जिससे अब कर्मचारियों ने यहां पर अपना काम करना भी शुरू कर दिया है.
राजस्व लेखपाल पूजा ने बताया कि यहां आने के बाद खुशी महसूस कर रही हूं. पुरानी तहसील की बिल्डिंग की हालत खराब हो चुकी थी साथ ही वहां सुविधाएं नहीं थी.
उपजिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि चुनाव नजदीक है. इसकी वजह से जल्दबाज़ी में शिफ्ट करना पड़ा. नब्बे प्रतिशत सामान की शिफ्टिंग हो चुकी है.

Intro:रायबरेली की सदर तहसील कर्मचारियों का इंतजार आख़िरकार समाप्त हो गया और उन्हें काम करने के लिए एक नया भवन मिल गया।पुराना भवन इतना जीर्ण शीर्ण हो गया था कि कर्मचारी वंहा काम करते समय डरा महसूस करते थे लेकिन मरता क्या न करता कि तर्ज पर वो अपनी ड्यूटी निभा रहे थे।जिला प्रशासन ने उनकी समस्या को देखते हुए नए भवन का निर्माण का निर्णय लिया और आज उस भवन में काम काज शुरू हो गया।


Body:भाजपाई रंग में रंगा ये भवन किसी भाजपा नेता का घर नही बल्कि हाल ही में बना सदर तहसील का भवन है।इस भवन का इंतजार कर्मचारी कई सालों से कर रहे थे क्योंकि पुराना तहसील भवन जर्जर हो चुका था और उसकी हालत खराब हो चुकी थी।आबकारी भवन के पड़ोस में उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी निगम ने इस छः करोड़ बत्तीस लाख की लागत से इस भवन का निर्माण कराया है।पुरानी तहसील में रखी पत्रावलियां यंहा पर पिछले दो दिन से शिफ्ट की जा रही थी और फर्नीचर भी आ गया है।अब कर्मचारियों ने यंहा पर अपना काम भी शुरू कर दिया है।

राजस्व लेखपाल पूजा ने बताया कि यंहा आने के बाद खुशी महसूस कर रही हूं।पुरानी तहसील की बिल्डिंग की हालत खराब हो चुकी थी साथ ही वंहा सुविधाएं नही थी।

बाईट- पूजा (राजस्व लेखपाल)

उपजिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि चुनाव नजदीक है इनकी वजह से जल्दबाज़ी में शिफ्ट करना पड़ा।नब्बे प्रतिशत सामान की शिफ्टिंग हो चुकी है।

बाईट- शशांक त्रिपाठी (उपजिलाधिकारी सदर)



प्रभाकर त्रिपाठी
रायबरेली
9984524647


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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