रायबरेली: यूपी में रविवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की मतगणना की गई. इसी कड़ी में रायबरेली में भी मतगणना की जा रही थी. सोमवार दोपहर को सभी मतगणना केंद्रों पर गणना का काम समाप्त हो गया लेकिन, आधे से अधिक जिला पंचायत सदस्यों को उनकी जीत का प्रमाण पत्र नहीं दिया गया. प्रत्याशियों का आरोप है कि वह जीत गए थे लेकिन, अधिकारियों ने विपक्ष से मिलीभगत कर उन्हें हारा हुआ घोषित कर दिया. उन्होंने जब इसका विरोध किया तो मतगणना केंद्र से उन्हें भगा दिया गया और कलेक्ट्रेट पहुंचने के लिए कहा गया. इसी के चलते जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ डीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए.
जिले में 988 ग्रामसभाओं और क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ 52 जिला पंचायत पदों के लिए हुए चुनाव के मतगणना का कार्य किया गया. इस दौरान सरेनी द्वितीय से जिला पंचायत पद के प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि वह जीत गए थे लेकिन, मौके पर मौजूद अधिकारियों ने उनके मतपत्रों को विपक्षी का बताकर उसे विजयी घोषित कर दिया. जब उन्होंने री-काउंटिंग के लिए कहा तो उनको वहां से भगा दिया गया और डीएम कार्यालय जाने के लिए बोल दिया. उन्होंने एडीएम से बात की. डीएम ने आश्वासन तो जरूर दिया फिर भी घटों बाद भी भी उनकी समस्या का निदान नहीं किया गया.