रायबरेली: शहीद शैलेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच चुका है. इस दौरान हजारों गमजदा लोगों ने नम आंखों से उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. लोगों ने पाकिस्तान मुर्दा के नारे के साथ पड़ोसी मुल्क के खिलाफ भारी आक्रोश व्यक्त किया. खास बात यह रही कि इस दौरान भारत माता की जय के नारे लगाने में शहीद का परिवार भी पीछे नहीं रहा. शहीद शैलेंद्र सिंह के आठ वर्षीय बेटे कुशाग्र ने अपने पिता के शव को अंतिम सलामी देते हुए भारत माता की जय के नारे लगाए.
बेटे ने दी पिता के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी
शहीद जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह के आठ वर्षीय बेटे कुशाग्र को जब पिता के पार्थिव शरीर के सामने ले जाया गया तो सबसे पहले उसने सलामी दी और तन्मयता के साथ पिता को सैल्यूट किया. इसके बाद जब स्थानीय लोगों द्वारा भारत माता की जय के नारे लगाए जाने लगे तो कुशाग्र ने भी निडरता से भारत माता की जय के नारे लगाए. हालांकि कुछ ही देर बाद कुशाग्र के बगल में मौजूद महिला थाना प्रभारी संतोष कुमारी ने उसे गोद में उठाकर मंच से अलग किया तो नजदीक में ही खड़े भदोखर थाना प्रभारी राम आशीष उपाध्याय ने उसे गोद में ले लिया. नन्हा कुशाग्र थाना प्रभारी की गोद से ही लगातार नारे लगाता रहा.
पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग
शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता के परिवारिक मित्र पीएन सिंह ने कहा कि शैलेंद्र सिंह ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर के देश की सरहद की रक्षा की है और यही कारण है कि हम सभी गमजदा जरूर हैं, लेकिन हमें फक्र है कि हमारा अपना बेटा देश के काम आया. हम सरकार से पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग करते हैं. शहीद जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह के मकान में बतौर किरायेदार रहे अशोक सिंह कहते हैं शैलेंद्र सिंह के पिता को उन पर बहुत गर्व था. आज पूरा रायबरेली उनके कारण गौरवान्वित महसूस कर रहा है.