ETV Bharat / state

रायबरेली:15 दिन के अंदर पशुओं को मिलेगा 'अपना आधार', टैगिंग से लैस होंगे जनपद के सभी गोवंश

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में गोवंशों की टैगिंग का काम शुरु हो गया है. शासनादेश है कि अगले 15 दिन के अंदर इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाए.

etv bharat
15 दिनों में होगी गोवंशों की टैगिंग.
author img

By

Published : Dec 11, 2019, 2:16 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: शासन की मंशा है कि जनपद के सभी गोवंशों की टैगिंग जल्द से जल्द पूरी की जाएं. अगले 15 दिन के अंदर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करके प्रक्रिया को सम्पन्न कराने का शासनादेश भी जारी किया जा चुका है. अब विभाग द्वारा इस दिशा में ठोस प्रयास के दावे किए जा रहे हैं. जिम्मेदार कह रहे हैं कि समय-सीमा के अंदर निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में हासिल किया जाएगा. हालांकि इसी वर्ष पूरी हुई 'कैटल सेन्सस' के दौरान टैगिंग न किए जाने के सवाल को विभागीय अधिकारी असमंजस की स्थित में नजर आते हैं.

15 दिनों में होगी गोवंशों की टैगिंग.

टैगिंग के काम में जुटे हैं अधिकारी
रायबरेली जिला मुख्यालय से प्राप्त शासनादेश के अनुसार जनपद के सभी गोवंशों की जियो टैगिंग किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. साथ ही टैगिंग में पशुपालकों समेत पशुओं से जुड़े सभी डाटा एकत्रित करके सुरक्षित रखने के निर्देश भी दिए गए हैं. हालांकि 15 दिन के अंदर इसे पूरा करने में फिलहाल असमर्थता जरूर जताते हैं.

टैगिंग से होगा ये फायदा
इस प्रक्रिया से जनपद में पशुओं के लिए संचालित हो रही तमाम योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को लेकर डाटा बेहद भरोसेमंद साबित होगा. दरअसल पशुपालकों द्वारा घरेलू पशुओं को दुग्ध उत्पादन में सफल न होने पर उन्हें निराश्रित छोड़ दिया जाता है. टैगिंग के माध्यम से उनकी वास्तविक पहचान का पता लगाया जा सकेगा. इसके अलावा खुरपका-मुंहपका समेत सभी पशु टीकाकरण अभियान और कृत्रिम गर्भधारण से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी टैगिंग के माध्यम से हासिल हुए डाटा का अहम योगदान रहेगा.

यह भी पढ़ें- भूंखे गोवंशों ने बाड़ा तोड़कर किसानों की फसल की चट, भुखमरी की कगार पर किसान

रायबरेली: शासन की मंशा है कि जनपद के सभी गोवंशों की टैगिंग जल्द से जल्द पूरी की जाएं. अगले 15 दिन के अंदर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करके प्रक्रिया को सम्पन्न कराने का शासनादेश भी जारी किया जा चुका है. अब विभाग द्वारा इस दिशा में ठोस प्रयास के दावे किए जा रहे हैं. जिम्मेदार कह रहे हैं कि समय-सीमा के अंदर निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में हासिल किया जाएगा. हालांकि इसी वर्ष पूरी हुई 'कैटल सेन्सस' के दौरान टैगिंग न किए जाने के सवाल को विभागीय अधिकारी असमंजस की स्थित में नजर आते हैं.

15 दिनों में होगी गोवंशों की टैगिंग.

टैगिंग के काम में जुटे हैं अधिकारी
रायबरेली जिला मुख्यालय से प्राप्त शासनादेश के अनुसार जनपद के सभी गोवंशों की जियो टैगिंग किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. साथ ही टैगिंग में पशुपालकों समेत पशुओं से जुड़े सभी डाटा एकत्रित करके सुरक्षित रखने के निर्देश भी दिए गए हैं. हालांकि 15 दिन के अंदर इसे पूरा करने में फिलहाल असमर्थता जरूर जताते हैं.

टैगिंग से होगा ये फायदा
इस प्रक्रिया से जनपद में पशुओं के लिए संचालित हो रही तमाम योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को लेकर डाटा बेहद भरोसेमंद साबित होगा. दरअसल पशुपालकों द्वारा घरेलू पशुओं को दुग्ध उत्पादन में सफल न होने पर उन्हें निराश्रित छोड़ दिया जाता है. टैगिंग के माध्यम से उनकी वास्तविक पहचान का पता लगाया जा सकेगा. इसके अलावा खुरपका-मुंहपका समेत सभी पशु टीकाकरण अभियान और कृत्रिम गर्भधारण से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी टैगिंग के माध्यम से हासिल हुए डाटा का अहम योगदान रहेगा.

यह भी पढ़ें- भूंखे गोवंशों ने बाड़ा तोड़कर किसानों की फसल की चट, भुखमरी की कगार पर किसान

Intro:रायबरेली:15 दिन के अंदर पशुओं को मिलेगा 'अपना आधार', टैगिंग से लैस होंगे महिषवंश समेत जनपद के सभी गौवंश

10 दिसंबर 2019 - रायबरेली

शासन की मंशा है कि जनपद के सभी गौवंश और महिषवंश की टैगिंग जल्द से जल्द पूरी की जाएं।अगले 15 दिन के अंदर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करके प्रक्रिया को सम्पन्न कराने का शासनादेश भी जारी किया जा चुका है।अब विभाग द्वारा इस दिशा में ठोस प्रयास के दावे किए जा रहे है और जिम्मेदार कह रहे है कि समय सीमा के अंदर निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में हासिल किया जाएगा।हालांकि इसी वर्ष पूरी हुई 'कैटल सेन्सस' के दौरान टैगिंग न किए जाने के सवाल को विभागीय अधिकारी असमंजस की स्थित में नज़र आते है।
























Body:रायबरेली के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ गजेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि मुख्यालय से प्राप्त शासनादेश के अनुसार जनपद के सभी गोवंश व महिषवंशी पशुओं की जियो टैगिंग किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।शतप्रतिशत टैगिंग किए जाने के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखे जाने का निर्देश दिए गए है कि टैगिंग में पशुपालकों समेत पशुओं से जुड़े सभी डाटा एकत्रित करके सुरक्षित रखा जाएगा।

निर्धारित लक्ष्य को तय समय सीमा में हासिल करने के मकसद से विभाग के सभी पशुधन प्रसार अधिकारी व पशु चिकित्सा अधिकारी अपनी टीम समेत जनपद के सभी ब्लॉकों में टैगिंग की प्रक्रिया को श्रीगणेश कर चुके है।हालांकि 15 दिन के अंदर इसे पूरा करने में फिलहाल असमर्थता जरुर जताते है।


सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में टैगिंग होगी बेहद फायदेमंद -

घरेलू अथवा पालतू, निराश्रित या संरक्षित समेत सभी वर्ग के गौवंश व भैंसवंश से जुड़े पशुओं की टैगिंग के लक्ष्य को सौ फीसदी पूरा किए जाने के साथ डॉ गजेंद्र कहते है कि इस प्रक्रिया से जनपद में पशुओं के लिए संचालित हो रही तमाम योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को लेकर डाटा बेहद भरोसेमंद साबित होगा।खासतौर पर टैगिंग के बाद पशुपालकों द्वारा घरेलू पशुओं को दुग्ध उत्पादन में सफल न होने पर उन्हें निराश्रित किए जाने की दशा में टैगिंग के माध्यम से उनकी वास्तविक पहचान का पता लगाया जा सकेगा।इसके अलावा खुरपका मुंहपका समेत सभी पशु टीकाकरण अभियान व कृत्रिम गर्भधारण से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी टैगिंग के माध्यम से हासिल हुए डाटा का अहम योगदान रहेगा।












Conclusion:विज़ुअल : संबंधित विज़ुअल,

बाइट : गजेंद्र सिंह चौहान - मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी - रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.