लखनऊः पिछले दिनों कानपुर और प्रयागराज सहित प्रदेश के कई जिलों में हुए हिंसा को लेकर अब हिंदूवादी संगठन मुखर हो गए हैं. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के आह्वान पर गुरुवार के सभी जिलों में हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया और उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए जिलाधिकारियों को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा.
नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन कियाः प्रयागराज के अटाला में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा है. विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री लालमणि तिवारी ने नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन किया और कहा कि इसमें गलत क्या है.
वाराणसी में किया हनुमान चालीसा पाठः वाराणसी में वरुणा नदी स्थित शास्त्री घाट पर गुरुवार को बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और देश विरोधी ताकतों के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम लोकतंत्र पर भीड़तंत्र को हावी नहीं होने देंगे. इस दौरान उन्होंने एसीएम फोर्थ अंशिका दीक्षित को राष्ट्रपित को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा और देश में बढ़ रही इस्लामिक कट्टरता पर रोक लगाने की मांग की.
योजनापूर्वक हिंदुओं पर हमलाः इसी तरह मेरठ में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कमिश्नरी चौक पर हिंसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. विहिप और बजरंगदल का कहना है कि पिछले कुछ समय से देश में जेहादी कट्टरता बढ़ती जा रही है. योजनापूर्वक हिंदुओं पर हमले किये जा रहे हैं.
शहरों का माहौल खराबः कानपुर में भी बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारियों ने शहर के कई चौराहों पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान पदाधिकारियों नें जय श्री राम के नारे लगाए. उनका कहना था की जिस तरह कई शहरों में हिंसा हुईं है उसे देखते हुए पूरे देश का हिन्दू समाज प्रभावित है. शहरों का माहौल खराब हुआ है और लोग डरे हुए हैं.
नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरेः कानपुर देहात के अकबरपुर स्थित कालिका मंदिर में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया और साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौंपा.
इस्लामिक संगठनों को बैन करने की मांगः हाथरस में बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया और राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन दिए जाने से पहले बजरंग दल के लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया. ज्ञापन के माध्यम से इस्लामिक जेहादी कट्टरता फैलाकर देश में हिंसा कराने वाले संगठन पापूलर फ्रंट ऑफ इंडिया व तबलीगी जमात जैसे कट्टरपंथी संगठनों पर अविलम्ब प्रतिबन्ध लगाए जाने की मांग की.
गोंडा में नारेबाजी कर किया प्रदर्शनः गोंडा में बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता हनुमान गढ़ी मंदिर परिसर में सभा का आयोजन कर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी किया. प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताआगे बढ़ने लगे तो सिटी मजिस्ट्रेट अरविंद गुप्ता पहुंच कर ज्ञापन लेकर विरोध प्रदर्शन खत्म कराया. विहिप धर्मयात्रा प्रमुख राकेश वर्मा ने बताया कि शुक्रवार 10 जून को भारत देश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और शहरों में एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा जो अराजकता फैलाई गई, उसके विरोध में बजरंग दल द्वारा पूरे देश में यह धरना प्रदर्शन किया गया.
हिंदू संगठन नूपुर शर्मा के साथः मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल परिसर में गुरुवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और हिंसा करने वालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. इस दौरान बजरंग दल के विभाग सह संयोजक पीयूष राणा ने सिटी मजिस्ट्रेट अनूप सिंह को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देते हुए बताया कि नूपुर शर्मा के बयान के बाद से लगातार इस्लामिक गतिविधियां बढ़ गई है. नूपुर शर्मा ने कुछ इस तरह का बयान नहीं दिया, जिससे किसी की भावना को ठेस पहुंचे, उन्होंने केवल सच्चाई बताई है. बजरंग दल के साथ-साथ तमाम हिंदू संगठन नूपुर शर्मा के साथ है और उन्हें आंच तक नहीं आने देगा.
हिंदू संगठन ने दी चेतावनीः आगरा में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए खुलेआम चेतावनी दी है. कहा, हर बार जुमे की नमाज पर देश के अलग-अलग मस्जिदों से पत्थरबाज निकल कर आते हैं. इस बार अगर जुमे की नमाज पर किसी ने भी एक पत्थर भी चलाया तो उन से लोहा लेने का काम बजरंग दल करेगा, अब हिंदू चुप नहीं बैठेगा. विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने दंगा भड़काने वाले लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.