बेतिया(बिहार) : जाली नोट तस्करी के मामले में तीन वर्षों से फरार इनामी अपराधी राहुल यादव को यूपी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. उसे मझौलिया थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. वहीं, अपराधी राहुल के परिजनों ने स्थानीय थाना में अपहरण का हवाला देकर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी.
इतना ही नहीं, दर्ज प्राथमिकी के आधार पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर सैकड़ों लोग पुलिस पर दबाव बनाने के लिए थाने पहुंच गए. लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सनसनीखेज जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस अब अपहरण की इस प्राथमिकी में नए सिरे से कार्रवाई करेगी.
प्रयागराज में दर्ज है केस
मझौलिया थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि राहुल यादव के खिलाफ यूपी के प्रयागराज जिले स्थित दारागंज थाने में साल 2017 में जाली नोट तस्करी को लेकर एक मामला दर्ज किया गया था. उसकी गिरफ्तारी को लेकर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया. इसी बीच पुलिस को मझौलिया थाना क्षेत्र में राहुल यादव के होने का जानकारी मिली. इसके बाद यूपी एटीएस ने उसे पासवान चौक के पास से गिरफ्तार कर लिया.
परिजनों को दारागंज पुलिस का आया था फोन
इसके साथ ही डीएसपी ने बताया कि यूपी एटीएस ने इस गिरफ्तारी के पहले या फिर बाद में स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी थी. इस वजह से राहुल यादव के भाई मुन्ना यादव के आवेदन पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज हो गई. हालांकि राहुल यादव के परिजनों को दारागंज पुलिस का फोन आया था. उसके बाद यूपी एटीएस के अधिकारियों से भी बात हुई कि राहुल यादव फरार चल रहा है. उसके खिलाफ न्यायालय से वारंट निर्गत है. एटीएस की टीम ने उसे दारागंज थाने को सुपुर्द कर दिया है.
मझौलिया थाने में भी दर्ज है प्राथमिकी
बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि राहुल यादव को जाली नोट तस्करी के मामले में यूपी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. उसके परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई अपहरण की प्राथमिकी में पुलिस अब अगल तरीके से कार्रवाई करेगी. राहुल के खिलाफ मझौलिया थाने में भी शराब के मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज है.