प्रयागराज: यूपी बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं के छात्रों को सहूलियत देने के लिए एक नयी सुविधा शुरू कर दी है. अब मार्कशीट में हुई किसी त्रुटि को सुधरवारने के लिए छात्रों को बोर्ड ऑफिस का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. बोर्ड की तरफ से स्कूल कॉलेज के प्रिंसिपल को निर्देश दिया गया है कि छात्रों को मार्कशीट देने से पहले एक बार उसकी जांच ले. जांच में किसी अंकपत्र में कोई गड़बड़ी मिलती है तो उसे सुधारने के लिए स्कूल की तरफ से ही बोर्ड को भेज दिया जाएगा. सुधार के बाद पुनः स्कूल की तरफ से छात्र को अंकपत्र दे दिया जाएगा. इस नयी पहल से छात्रों को अंक पत्र में हुई किसी त्रुटि को सुधरवाने के लिए बोर्ड ऑफिस तक नहीं जाना पड़ेगा.
यूपी बोर्ड की तरफ से स्कूल कॉलेज को निर्देश दिया गया है कि हाई स्कूल और इंटर के छात्रों को अंक पत्र देने से पहले से उसमें दर्ज छात्र का नाम और माता पिता के नाम के साथ ही अन्य जानकारियों को चेक कर लें. मार्कशीट में किसी तरह की गड़बड़ी न मिलने पर उसे छात्रों को वितरित कर दिया जाए. लेकिन अगर मार्कशीट की चेकिंग के दौरान किसी तरह की त्रुटि मिलती है. तो उसमें संशोधन करने के लिए उस मार्कशीट को बोर्ड ऑफिस भेज दिया जाए. साथ ही इस मार्कशीट में क्या त्रुटि मिली है और उसे संशोधित करके क्या लिखना है. इसका विवरण भी साथ में भेजा जाए, जिससे बोर्ड ऑफिस की तरफ से उसमें सुधार करके छात्रों को देने के लिए वापस विद्यालय में भेजा जा सके.
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वहीं, प्रयागराज के रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल बांके बिहारी पांडेय का कहना है कि बोर्ड की तरफ से शुरू की गई. इस सुविधा कर जरिए छात्रों को काफी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने कहा कि अब स्कूल की तरफ से ही अंकपत्र में मिलने वाली त्रुटि में सुधार करके दिया जाएगा. इसके चलते अब अंकपत्र में हुई त्रुटि सुधार के लिए छात्रों को यूपी बोर्ड का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा.
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