प्रयागराज: बुधवार को सुबह हुई बारिश के चलते ठंड और गलन का असर तेज हो गया है. वहीं संगम नगरी में 10 जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले पर भी इसका गहरा असर पड़ा है. बारिश के चलते मेले में जाने वाले सभी रास्तों, तंबुओं में पानी भर गया है, जिसके चलते वहां पर रहने वाले साधु-संतों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बारिश के चलते जगह-जगह पर फिसलन होने के कारण राहगीरों को चलने में कठिनाई हो रही है. साथ ही बारिश के कारण माघ मेले की तैयारियों पर भी असर पड़ रहा है.
दरअसल 10 जनवरी को पौष पूर्णिमा का पहला स्नान है. ऐसे में तैयारियों को लेकर प्रशासन को चिंता हो रही है. प्रयागराज के संगम लोअर मार्ग, काली सड़क मार्ग, दारागंज घाट, संगम घाट, वीआईपी घाट सहित किला घाट पर भी फिसलन की स्थिति बनी हुई है.
कई जगह बारिश और गंगा के बढ़े जलस्तर के चलते घाटों में कटान भी शुरू हो गई है. घाटों पर कटान न पड़े, इसके लिए जगह-जगह पर बालू की बोरियों को लगाकर कटान रोकने का काम किया जा रहा है.
मेला क्षेत्र के सेक्टर दो और तीन में बने तंबू और टेंटों में बारिश का पानी घुस गया है, जिसके चलते वहां पर पहुंच चुके साधु-संतों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही ठंड से बचने के लिए नाम मात्र के अलाव की व्यवस्था की गई है.
प्रशासन को अनुमान है कि मौसम आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा और सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. जिन घाटों की स्थिति ठीक नहीं है, उसे भी दुरुस्त कर लिया जाएगा, जिससे आने वाले स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिनाई न होने पाए.