प्रयागराज : इन दिनों देश भर में ठंड के साथ ही कोहरे का भी प्रकोप शुरू हो चुका है. उत्तर भारत में कोहरे का असर ज्यादा रहता है, इसके कारण दृश्यता होने से सड़कों पर हादसे भी होते रहते हैं. वहीं ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग जाता है. इसे देखते हुए ट्रेनों में फॉग सेफ डिवाइस लगाए गए हैं. पिछले साल से ट्रेनों में जीपीएस आधारित फॉग सेफ डिवाइस लगाने का काम शुरू हुआ था. इस डिवाइस से कोहरे में भी ट्रेनों का सुरक्षित संचालन किया जा रहा है.
सर्दियों के दिनों में आम जनजीवन पर भी कोहरे का असर पड़ रहा है. वहीं कोहरे की वजह से दृश्यता कम होने से ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ता है. ट्रेनों की रफ्तार भी कम हो जाती है और लम्बी दूरी की ट्रेनें घंटों लेट हो जाती है. कोहरे की वजह से पैसेंजर ट्रेन के साथ ही वीआईपी तेज रफ्तार ट्रेनें भी कोहरे की वजह से लेट हो जाती हैं. ट्रेनों के लेट होने की समस्या और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ही फॉग सेफ डिवाइस से लैस किया गया है. उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे की ट्रेनों को पूरी तरह से एफएसडी डिवाइस से लैस किया जा रहा है.
फॉग सेफ डिवाइस से सुरक्षित होगी यात्रा : सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि रात में कोहरे की वजह से ट्रेनों की स्पीड कम हो जाती है और दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है. इससे निपटने के लिए रेलवे ने ट्रेनों में चलने वाले लोको पायलट को फॉग सेफ्टी डिवाइस दिया है. एनसीआर का क्षेत्र पूरी तरह से कोहरे से प्रभावित है. ट्रेनों के परिचालन से जुड़े फ्रंटलाइन कर्मियों को फॉग सेफ्टी डिवाइस और कोहरे के दौरान ट्रेन संचालन से जुड़े नियमों को लेकर जानकारी भी दे दी गई है. एफएसडी की मदद से कोहरे में लोको पायलट को सिग्नल आने से पहले ही उसके बारे लोको पायलट को जानकारी मिल जाएगी. इसी के साथ सिग्नल पर रेट्रो रिफ्लेक्टिव स्ट्रिप लगाई गई है. इससे कोहरा होने के बावजूद दूर से सिग्नल दिखेगा. इसके अलावा जहां पर ऑटोमेटिक सिंगल सिस्टम है वहां पर ऑटोमेटिक मोडिफाइड सिग्नल सिस्टम लगाए जा रहे हैं. यही नहीं पिछले साल शुरू किए गए फॉग सेफ्टी डिवाइस को सभी ट्रेनों में लगाया जा रहा है जो जीपीएस बेस्ड डिवाइस है. डिवाइस को लोको पायलट केबिन में लेकर जाता है. इसमें सिग्नल की लोकेशन फीड होती है. सिग्नल आने से एक किमी पहले ही डिवाइस संकेत देने लगता है. पीआरओ का दावा है कि इन उपायों से कोहरे के दौरान ट्रेनों की गति में भी सुधार होगा और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी.
कोहरे के दौरान मुसाफिरों को खाने पीने की नहीं होगी दिक्कत : कोहरे के कारण ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी न हो इसके लिए रेलवे ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि ट्रेनों को समय से संचालन के लिए उसमें फॉग सेफ्टी डिवाइस लगाया गया है. इसी के साथ लोको पायलट को ट्रेन की सूचना समय से अपडेट करवाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही कोहरे की वजह से ट्रेनें लेट होने पर स्टेशनों पर फूड स्टॉल 24 घंटे खुले रखने के निर्देश भी दिए गए हैं .जिससे कि ट्रेनों के लेट होने पर यात्रियों को खाने पीने में परेशानी का सामना न करना पड़े.इसके साथ ही रेलवे स्टेशनों पर इमरजेन्सी के लिए चिकित्सा व्यवस्था को भी सक्रिय रखने का निर्देश दिया गया है. सीपीआरओ ने यात्रियों से अपील की है कि ट्रेनों का सही समय पता करके ही यात्रा की शुरुआत करने के लिए रेलवे स्टेशन पर जाएं.
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