प्रयागराजः शहर में दिनदहाड़े हुए उमेश पाल हत्याकांड में जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद उसके छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ के साथ ही अलग अलग जेल में बंद दो बेटों उमर और अली को भी नामजद किया है. साथ ही अतीक अहमद की पत्नी और अन्य नाबालिग बेटों के अलावा तीसरे नंबर के बेटे असद को वारदात में सरेआम गोली मारने का आरोपी बनाया गया है. अतीक के परिवार वालों के अलावा इस वारदात में दो और नामजद आरोपी हैं जिसमें एक गुड्डू मुस्लिम और दूसरा गुलाम है जबकि इसके अलावा 9 अज्ञात लोगों को भी घटना में आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने अभी तक घटना में शामिल सफेद क्रेटा कार के चालक को एनकाउंटर में मार गिराया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश लगातार जारी है.
बाहुबली अतीक अहमद और उसके छोटे भाई खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ के कई सालों जेल में बंद होने की वजह से उनका डर लोगों के मन से खत्म हो रहा था.वहीं, अतीक और उसके परिवार वालों के खिलाफ पीड़ित लोग खुलकर सामने आने लगे थे और उनके खिलाफ केस भी दर्ज करवाने लगे थे. साथ ही लोगों की तरफ से कोर्ट में पैरवी भी की जा रही थी. इन बातों से जरायम की दुनिया में अतीक गैंग का रसूख घटता जा रहा था. शायद यही वजह थी कि अतीक गैंग ने उमेश पाल हत्याकांड जैसे दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने की योजना बना डाली. इस एक घटना से अतीक अहमद ने अपने दुश्मनों तक संदेश भेजा है कि वो जब जिसे जहां चाहे मरवा सकता है. जिस तरह से इस वारदात में शामिल शूटर को अतीक अहमद का बेटा बताया जा रहा है उसके जरिये यह भी संदेश दिया गया है कि अतीक के बाद उसकी सत्ता संभालने वाले उसके बेटे तैयार हो चुके हैं.
बीते कुछ दिनों में जिस तरह से अतीक अहमद और उसके बेटे अली के खिलाफ मुकदमें दर्ज करवाये गए और पुलिस ने अली को पकड़कर जेल भेजा था.साथ ही अतीक अहमद के तीसरे बेटे असद का नाम भी विरोधियों ने लेना शुरू कर दिया था. इसके बाद से अतीक अहमद का परिवार अपने पुराने रसूख को कायम करने की योजना बनाने के जुट गया था. गुजरात की जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली की जेल में बंद उसके छोटे भाई खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ ने प्लानिंग के तहत इस वारदात को अंजाम तक पहुंचवाया है. वहीं, उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अतीक के ज्यादातर विरोधियों के मन में एक बार फिर से डर घर कर गया है.दूसरी तरफ पुलिस घटना के बाद से आरोपियों के खिलाफ लगातार तेज गति से कार्रवाई कर रही है जिससे कि किसी भी शहरी के मन में माफिया के खिलाफ खौफ कायम न हो सके.
उमेश पाल केस के आरोपियों की क्रिमिनल हिस्ट्री
24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड के नामजद आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में केस दर्ज है.नामजद आरोपियों में सबसे ज्यादा 101 मुकदमें बाहुबली अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज हैं तो वहीं उसके तीन बेटों के खिलाफ एक भी केस दर्ज नहीं था.जबकि दो बेटों के खिलाफ़ पहले से ही केस चल रहे हैं. वहीं, अतीक अहमद की शाइस्ता परवीन के खिलाफ भी उमेश पाल हत्याकांड से पहले 3 मुकदमें दर्ज थे जबकि उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ भी हत्या की वारदात में शामिल होने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. इस तरह शाइस्ता के खिलाफ चार मुकदमे हैं.
अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ पर भी प्रदेश के अलग अलग जिलों और थाने में 45 मुकदमे दर्ज हैं.जिसमें हत्या समेत तमाम संगीन आरोप शामिल हैं. वहीं, एक अन्य गुलाम के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं.
इसके अलावा उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी मो. असद अहमद के खिलाफ एक और अरमान के खिलाफ पांच मुकदमें दर्ज हैं.
नामजद के अलावा कुछ नाम सामने आए
इस मामले में नामजद आरोपियों के अलावा अरमान और साबिर का नाम भी सामने आ रहा है. इसमें अरमान बिहार का रहने वाला है और वो वहां से तड़ीपार होने के बाद से प्रयागराज में शरण लिए हुए था.उसके खिलाफ बिहार के साथ ही प्रयागराज में भी आपराधिक केस दर्ज है.उमेश पाल हत्याकांड में अरमान का नाम भी शूटरों में लिया जा रहा है. जिस बाइक से बमबाजी करने वाला गुड्डू मुस्लिम मौके पर पहुँचा था उसको चलाने का आरोप अरमान पर ही है.इसके साथ ही अरमान पर मौके पर पिस्टल से फायरिंग करने का भी आरोप है.जबकि उसके अलावा साबिर का नाम सामने है.साबिर का नाम राजू पाल हत्याकांड में भी सामने आया था और अब उस केस के गवाह उमेश पाल हत्याकांड में भी उसके शामिल होने की वजह से पुलिस और एसटीएफ उसको तलाश रही है.