प्रयागराज: जब सरकार के नुमाइंदे योजनाओं को कागजों पर ही अमली जामा पहनाने लगें तो ऐसे में किसी क्षेत्र का विकास हो पाना लगभग असंभव है. कुछ ऐसा ही हाल है कौंधियारा विकासखंड का. यहां 57 ग्राम सभाओं में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बन रहे शौचालयों के अधूरे निर्माण को पूरा बताते हुए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई. रिपोर्ट के बाद कौंधियारा विकास खंड की सभी ग्राम सभाएं खुले में शौच मुक्त गांव की श्रेणी में आ गई.
जबकि वास्तविक हकीकत यह है कि विकास खंड के लगभग सभी ग्राम सभाओं में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालय आज भी अधूरे पड़े हैं. इस कारण आज भी विकासखंड के अंतर्गत आने वाली 90 प्रतिशत आबादी खुले में शौच करने के लिए विवश है. वहीं इसकी जांच की मांग को लेकर के भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के कार्यकर्ता पिछले 50 दिनों से पिपरहटा ग्राम सभा में धरना दे रहे हैं. शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के कार्यकर्ताओं ने कौंधियारा ब्लॉक मुख्यालय के मुख्य द्वार पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर के एक दिवसीय धरना दिया. इसमें खंड विकास अधिकारी कौंधियारा को जिलाधिकारी प्रयागराज के संबोधन में एक ज्ञापन देते हुए मांग की गई कि विकास खंड के अंतर्गत सभी ग्राम सभा में बनवाए गए आधे अधूरे शौचालयों की जांच कराई जाए. इसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. साथ ही भ्रष्टाचार में लिप्त एडीओ पंचायत कौंधियारा को तत्काल निलंबित करते हुए उनके खिलाफ शासन को फर्जी रिपोर्ट भेज कर गुमराह करने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए.
उन्होंने मांग की कि ग्राम सभाओं में वर्तमान समय में हो रहे पंचायत भवनों के निर्माण और सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर किया जाए. भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के मंडल अध्यक्ष राजीव चंदेल ने कहा कि यदि उनके ज्ञापन देने के एक सप्ताह के अंदर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो वह एक सप्ताह बाद कौंधियारा ब्लॉक मुख्यालय के सामने ही आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.