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माफिया अतीक का चौथे नंबर का बेटा हुआ बालिग, 10 अक्टूबर की सुनवाई में तय होगा आगे का भविष्य

प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक के चौथे और पांचवें नंबर के दो नाबालिग बेटों की भी भूमिका रही थी. दोनों बाल संरक्षण गृह में हैं. इनमें से चौथे नंबर का बेटा (Atiq son Ahjam ahmed) अब बालिग हो गया है.

अतीक अहमद के नाबालिग बेटा हो गया बालिग.
अतीक अहमद के नाबालिग बेटा हो गया बालिग.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 5, 2023, 6:43 PM IST

प्रयागराज : बाहुबली माफिया अतीक अहमद का चौथे नंबर का बेटा अहजम अहमद गुरुवार को बालिग हो गया. अब अहजम के बालिग होने के साथ ही एक सवाल यह खड़ा हो गया है कि उसे कहां भेजा जाएगा. अहजम बाल सुधार गृह से छूटकर अपने घर या रिश्तेदार के पास जाएगा या फिर उमेश पाल हत्याकांड में उसकी मिलीभगत की वजह से उसे पुलिस जेल भेजेगी, इन सभी सवालों के जवाब सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिका हुआ है. सुनवाई 10 अक्टूबर को सर्वोच्च अदालत में होनी है.

दोनों बेटे अभी दोनों बाल संरक्षण गृह में हैं.
दोनों बेटे अभी दोनों बाल संरक्षण गृह में हैं.

अतीक की बहन ने मांगी थी सुपुर्दगी : बाहुबली माफिया अतीक अहमद के चौथे नम्बर का बेटा अभी तक बाल संरक्षण गृह में रह रहा है. अतीक अहमद के पांच बेटों में से दो बेटे लखनऊ और नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं. जबकि तीसरे बेटे की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो चुकी है. चौथे और पांचवें नंबर के बेटे न्यायालय के निर्देश पर बाल सुधार गृह में रखे गए हैं. इसी बीच अतीक अहमद की बहन शाहीन की तरफ से कोर्ट में अर्जी देकर नाबालिग बेटों की सुपुर्दगी की मांग की गई थी.

दस अक्टूबर को मामले में सुनवाई होनी है.
दस अक्टूबर को मामले में सुनवाई होनी है.

प्रयागराज से बाहर रहना चाहते हैं दोनों नाबालिग : अतीक की बहन की मांग को इलाहाबाद हाईकोर्ट से खारिज कर दिया गया था. इसके बाद उसकी तरफ से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर सुपुर्दगी की मांग की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने एक स्पेशल कमेटी को प्रयागराज भेजकर नाबालिगों से बातचीत के साथ ही उनके रहन-सहन की रिपोर्ट मांगी थी. रिपोर्ट के जरिए कोर्ट को बताया गया कि माफिया के बच्चे बाल सुधार गृह से बाहर जाना चाहते हैं. वे प्रयागराज के बाहर रहकर पढ़ना भी चाहते हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर की तारीख तय की है. अब दस अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में फैसला होगा कि माफिया के बच्चे कहां रहेंगे. इसी दौरान अतीक अहमद के बालिग हुए चौथे नबंर के बेटे अहजम अहमद को लेकर भी स्थिति भी साफ हो जाएगी.

उनेश पाल हत्याकांड में दोनों नाबालिगों की भूमिका रही है.
उनेश पाल हत्याकांड में दोनों नाबालिगों की भूमिका रही है.

हत्याकांड में थी भूमिका : 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद के साथ ही उसकी पत्नी, भाई और बेटों को भी आरोपी बनाया गया था. माफिया के तीसरे और चौथे नंबर के बेटे के नाबालिग होने की वजह से उन्हें धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर इलाके में स्थित बाल संरक्षण गृह में रखा गया है. इसी बीच 5 अक्टूबर को अतीक का चौथे नंबर का बेटा अहजम ने 18 साल की उम्र पूरी कर ली. अतीक अहमद के नाबालिग बेटों की भी उमेश पाल हत्याकांड में मिलीभगत की बात सामने आयी थी. नाबालिग बेटों को साजिश की जानकारी के साथ ही मोबाइल और सिम खरीदने व आरोपियों तक पहुंचाने में भूमिका निभाने का आरोप है. इसी के साथ शूटरों की फेसटाइम आईडी बनाने से लेकर पैसे पहुंचाने तक में सक्रिय भूमिका रही है.

यह भी पढ़ें : माफिया अतीक अहमद के नाबालिग बेटों की रिहाई पर एक सप्ताह में होगा फैसला, सुप्रीम कोर्ट ने दिए निर्देश

अतीक का बेटा अली जहां बनाना चाहता था ऑफिस वहां गरजा बुलडोजर

प्रयागराज : बाहुबली माफिया अतीक अहमद का चौथे नंबर का बेटा अहजम अहमद गुरुवार को बालिग हो गया. अब अहजम के बालिग होने के साथ ही एक सवाल यह खड़ा हो गया है कि उसे कहां भेजा जाएगा. अहजम बाल सुधार गृह से छूटकर अपने घर या रिश्तेदार के पास जाएगा या फिर उमेश पाल हत्याकांड में उसकी मिलीभगत की वजह से उसे पुलिस जेल भेजेगी, इन सभी सवालों के जवाब सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिका हुआ है. सुनवाई 10 अक्टूबर को सर्वोच्च अदालत में होनी है.

दोनों बेटे अभी दोनों बाल संरक्षण गृह में हैं.
दोनों बेटे अभी दोनों बाल संरक्षण गृह में हैं.

अतीक की बहन ने मांगी थी सुपुर्दगी : बाहुबली माफिया अतीक अहमद के चौथे नम्बर का बेटा अभी तक बाल संरक्षण गृह में रह रहा है. अतीक अहमद के पांच बेटों में से दो बेटे लखनऊ और नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं. जबकि तीसरे बेटे की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो चुकी है. चौथे और पांचवें नंबर के बेटे न्यायालय के निर्देश पर बाल सुधार गृह में रखे गए हैं. इसी बीच अतीक अहमद की बहन शाहीन की तरफ से कोर्ट में अर्जी देकर नाबालिग बेटों की सुपुर्दगी की मांग की गई थी.

दस अक्टूबर को मामले में सुनवाई होनी है.
दस अक्टूबर को मामले में सुनवाई होनी है.

प्रयागराज से बाहर रहना चाहते हैं दोनों नाबालिग : अतीक की बहन की मांग को इलाहाबाद हाईकोर्ट से खारिज कर दिया गया था. इसके बाद उसकी तरफ से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देकर सुपुर्दगी की मांग की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने एक स्पेशल कमेटी को प्रयागराज भेजकर नाबालिगों से बातचीत के साथ ही उनके रहन-सहन की रिपोर्ट मांगी थी. रिपोर्ट के जरिए कोर्ट को बताया गया कि माफिया के बच्चे बाल सुधार गृह से बाहर जाना चाहते हैं. वे प्रयागराज के बाहर रहकर पढ़ना भी चाहते हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले की सुनवाई के लिए 10 अक्टूबर की तारीख तय की है. अब दस अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में फैसला होगा कि माफिया के बच्चे कहां रहेंगे. इसी दौरान अतीक अहमद के बालिग हुए चौथे नबंर के बेटे अहजम अहमद को लेकर भी स्थिति भी साफ हो जाएगी.

उनेश पाल हत्याकांड में दोनों नाबालिगों की भूमिका रही है.
उनेश पाल हत्याकांड में दोनों नाबालिगों की भूमिका रही है.

हत्याकांड में थी भूमिका : 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद के साथ ही उसकी पत्नी, भाई और बेटों को भी आरोपी बनाया गया था. माफिया के तीसरे और चौथे नंबर के बेटे के नाबालिग होने की वजह से उन्हें धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर इलाके में स्थित बाल संरक्षण गृह में रखा गया है. इसी बीच 5 अक्टूबर को अतीक का चौथे नंबर का बेटा अहजम ने 18 साल की उम्र पूरी कर ली. अतीक अहमद के नाबालिग बेटों की भी उमेश पाल हत्याकांड में मिलीभगत की बात सामने आयी थी. नाबालिग बेटों को साजिश की जानकारी के साथ ही मोबाइल और सिम खरीदने व आरोपियों तक पहुंचाने में भूमिका निभाने का आरोप है. इसी के साथ शूटरों की फेसटाइम आईडी बनाने से लेकर पैसे पहुंचाने तक में सक्रिय भूमिका रही है.

यह भी पढ़ें : माफिया अतीक अहमद के नाबालिग बेटों की रिहाई पर एक सप्ताह में होगा फैसला, सुप्रीम कोर्ट ने दिए निर्देश

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