प्रयागराज: प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में एक बार फिर उस वक्त अफरातफरी मच गई जब चर्चित कांड राजू पाल हत्याकांड के एक गवाह को दर्जनों हमलावरों ने सरिए से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. इसकी सूचना जब परिजनों को मिली तो आनन-फानन में सिविल लाइन स्थिति एक निजी के हॉस्पिटल में ले आए. जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
धूमनगंज में बहुचर्चित कांड राजूपाल हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में आया है. धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयंतीपुर में रहने वाले कृष्ण कुमार पाल, राजू पाल हत्याकांड के गवाह हैं. उनके मुताबिक उन का छोटा भाई रमेश साकेत नगर में रहता है. जोकि रात में घर लौट रहा था. इसी दौरान कुछ अज्ञात हमलावरों ने उसे रास्ते में रोक लिया और गाली गलौज करने लगे. थोड़ी ही देर में मारना-पीटना शुरू कर दिया. बात इतनी बढ़ गई कि हमलावरों ने सरिए से सिर पर वार कर दिया, जिससे रमेश जमीन पर गिर गया और बेहोश हो गया.
लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. परिजन उसे सिविल लाइन के एक निजी हॉस्पिटल लेकर आए जहां उसका इलाज चल रहा है. हालत गंभीर बनी हुई है. परिजनों ने सौरव, अश्वनी, आशीष, अजीत राय और सुभाष यादव को नामजद किया है. सुभाष पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर कार्यरत हैं. जो मौजूदा समय में जनपद प्रतापगढ़ में तैनात हैं. उसके अलावा अन्य अज्ञात पर भी रिपोर्ट दर्ज की गई है. मामले में मारपीट गाली-गलौज के अलावा जान से मारने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
आप को बता दें, कि शहर पश्चिम के विधायक राजू पाल की हत्या 25 जनवरी 2005 को हुई थी. जिसमें पत्नी पूजा पाल ने उस समय के बाहुबली सपा सांसद अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ पर हत्या का आरोप लगाया था. उस वक्त अतीक अहमद फूलपुर से सपा सांसद थे. अतीक के छोटे भाई अशरफ को शहर पश्चिमी से विधानसभा के उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था और राजूपाल विजयी हुए थे.