प्रयागराज: जम्मू कश्मीर के उधमपुर नगर में आर्मी बेस कैंप जाते समय सेना का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में प्रयागराज के मनीष पांडेय शहीद हो गए. वह जम्मू कश्मीर में नायक के पद पर तैनात थे. शहीद की पत्नी और मां रो रोकर बुरा हाल है. मनीष अपनी पत्नी, मां और दोस्तों से जल्द लौटने कर मिलने का वादा करके गए थे. मनीष अपने पीछे 5 साल और 2 साल के बेटे छोड़ गए हैं.
जिले के सराय इनायत थाना क्षेत्र (Sarai Inayat Police Station Area) में रहने वाले नरेंद्र पांडेय के बेटे मनीष पांडेय का 2009 में सेना में चयन हुआ था. इस समय वो जम्मू कश्मीर के उधमपुर में 10 E सिग्नल कोर में नायक के पद पर तैनात थे. पिछले महीने ही एक महीने की छुट्टी पर गांव आए थे. 6 दिन पहले 4 फरवरी को ही वो छुट्टी से वापस ड्यूटी ज्वॉइन करने गए थे. बेटे के वापस जाने के हफ्ते भर के अंदर ही उसकी शहादत की खबर आ गई. जिसके बाद से घर में मातम छा गया है.
सेना की तरफ से जवान बेटे की शहादत की खबर बुधवार देर रात मनीष के परिजनों को दी गई. सूचना मिलने के बाद शहीद की पत्नी और मां रो रोकर बेसुध हो जा रही हैं. जिसके बाद ये खबर गांव और रिश्तेदारों तक भी पहुंच गई. सूचना मिलने के बाद शहीद के घर पर ग्रामीणों के साथ ही परिवार और रिश्तेदारों की भीड़ पहुंचने लगी. पूरे जमुनीपुर गांव में सन्नाटा छा गया है.
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दोस्तों से जल्दी मिलने का वादा करके गए थे मनीष
ड्यूटी पर जाने से पहले जल्दी ही सभी से मिलने का वादा करके गए थे, लेकिन अब वो अपनो से मिलने कभी नहीं आ सकेंगे. शहीद हुए नायक मनीष की उन्हीं बातों को याद करके उनके दोस्तों की आंखे भी नम हैं. परिचित, दोस्त, रिश्तेदार सभी उनके शव का इंतजार कर रहे हैं जो शुक्रवार तक उनके गांव पहुंचेगा. मनीष पांडेय की छः साल पहले दिसंबर 2015 में शादी हुई थी. उनके दो बच्चे है जिनमें बड़ा बेटा पांच साल और छोटा बेटा तीन साल का है.
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