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प्रयागराज में रेमडेसिवीर की कालाबाजारी करने वाले 3 गिरफ्तार

प्रयागराज में रेमडेसिवीर इंजेक्शन के कालाबाजारी का मामला सामने आया है. पुलिस ने स्वरूप रानी अस्पताल के बाहर से तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जो रेमडेसिवीर के एक वॉयल का 50 हजार रुपये में सौदा कर रहे थे.

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Published : Apr 24, 2021, 6:50 AM IST

पुलिस
पुलिस

प्रयागराजः मजबूरी का फायदा कैसे उठाया जाता है इसका ताजा उदाहरण संगम नगरी में देखने को मिला. यहां पर कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए दी जाने वाली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के एक वॉयल को 50 हजार रुपये में बेचने का मामला सामने आया है. सौदा करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस दौरान उनका एक साथी दो इंजेक्शन लेकर फरार हो गया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.

मुंहमांगी कीमत पर बेचते थे रेमडेसिवीर इंजेक्शन
जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिवीर के कालाबाजारी करने का ये मामला कोतवाली इलाके के एसआरएन हॉस्पिटल के बाहर का है. कोरोना से पीड़ित गंभीर मरीजों का इलाज एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल में चल रहा है. कोविड के गम्भीर मरीजों का जिस हॉस्पिटल में इलाज किया जा रहा है, उसी के बाहर की मेडिकल स्टोर में काम करने वाले तीन कर्मचारी मिलकर इंजेक्शन को मुंहमांगी कीमत पर बेच रहे थे. इसकी शिकायत पुलिस को मिली तो पुलिस ने योजना बनाकर जाल बिछाया, जिसके बाद ये शातिर पुलिस के जाल में फंस गए.

इंजेक्शन लेकर एक साथी भागा
पुलिस ने व्हाट्सएप चैट और फोन से हुई बातचीत के आधार पर छापेमारी करके काला बाजारी करने वाले तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पुलिस को देखकर उनका एक साथी दो रेमडेसिवीर इंजेक्शन लेकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले तीनों इतने शातिर किस्म के हैं कि मजबूर लोगों से एक इंजेक्शन के बदले 50 हजार रुपये में सौदा कर चुके हैं. पकड़े गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर उनके इस काम में और कौन लोग शामिल हैं उनका भी पता लगाने में जुटी है. पकड़े गए युवकों के कब्जे से पुलिस ने चार मोबाइल समेत 5 हजार रुपये भी बरामद किया है.

यह भी पढ़ेंः-सांसे लेकर वाराणसी पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस

नेटवर्क का पता लगाने में जुटी पुलिस
पकड़े गए लोगों ने पुलिस को बताया कि वो सबसे ज्यादा दाम देने वालों को ये इंजेक्शन बेच देते थे. उनके इस काले कारोबार में मेडिकल स्टोर के मालिक की क्या भूमिका है पुलिस इसका भी पता लगा रही है. पकड़े गए आरोपियों को इंजेक्शन किसके जरिये मिलती थी. जीवन रक्षक इंजेक्शन के कालाबाजारी में और कौन लोग शामिल हैं इनका नेटवर्क कहां तक फैला हुआ है पुलिस की टीमें ये सभी जानकरी जुटाने में लगी हुई हैं. पुलिस की गिरफ्त में आये तीनों युवक प्रयागराज के ही रहने वाले हैं, जो आपदा को अवसर बनाकर लोगों से मजबूरी का फायदा उठा रहे थे.

प्रयागराजः मजबूरी का फायदा कैसे उठाया जाता है इसका ताजा उदाहरण संगम नगरी में देखने को मिला. यहां पर कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए दी जाने वाली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के एक वॉयल को 50 हजार रुपये में बेचने का मामला सामने आया है. सौदा करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस दौरान उनका एक साथी दो इंजेक्शन लेकर फरार हो गया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.

मुंहमांगी कीमत पर बेचते थे रेमडेसिवीर इंजेक्शन
जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिवीर के कालाबाजारी करने का ये मामला कोतवाली इलाके के एसआरएन हॉस्पिटल के बाहर का है. कोरोना से पीड़ित गंभीर मरीजों का इलाज एसआरएन कोविड एल-3 हॉस्पिटल में चल रहा है. कोविड के गम्भीर मरीजों का जिस हॉस्पिटल में इलाज किया जा रहा है, उसी के बाहर की मेडिकल स्टोर में काम करने वाले तीन कर्मचारी मिलकर इंजेक्शन को मुंहमांगी कीमत पर बेच रहे थे. इसकी शिकायत पुलिस को मिली तो पुलिस ने योजना बनाकर जाल बिछाया, जिसके बाद ये शातिर पुलिस के जाल में फंस गए.

इंजेक्शन लेकर एक साथी भागा
पुलिस ने व्हाट्सएप चैट और फोन से हुई बातचीत के आधार पर छापेमारी करके काला बाजारी करने वाले तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान पुलिस को देखकर उनका एक साथी दो रेमडेसिवीर इंजेक्शन लेकर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले तीनों इतने शातिर किस्म के हैं कि मजबूर लोगों से एक इंजेक्शन के बदले 50 हजार रुपये में सौदा कर चुके हैं. पकड़े गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर उनके इस काम में और कौन लोग शामिल हैं उनका भी पता लगाने में जुटी है. पकड़े गए युवकों के कब्जे से पुलिस ने चार मोबाइल समेत 5 हजार रुपये भी बरामद किया है.

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नेटवर्क का पता लगाने में जुटी पुलिस
पकड़े गए लोगों ने पुलिस को बताया कि वो सबसे ज्यादा दाम देने वालों को ये इंजेक्शन बेच देते थे. उनके इस काले कारोबार में मेडिकल स्टोर के मालिक की क्या भूमिका है पुलिस इसका भी पता लगा रही है. पकड़े गए आरोपियों को इंजेक्शन किसके जरिये मिलती थी. जीवन रक्षक इंजेक्शन के कालाबाजारी में और कौन लोग शामिल हैं इनका नेटवर्क कहां तक फैला हुआ है पुलिस की टीमें ये सभी जानकरी जुटाने में लगी हुई हैं. पुलिस की गिरफ्त में आये तीनों युवक प्रयागराज के ही रहने वाले हैं, जो आपदा को अवसर बनाकर लोगों से मजबूरी का फायदा उठा रहे थे.

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