प्रतापगढ़ : पति और पत्नी का रिश्ता सात जन्मों तक साथ निभाने के लिए होता है. शादी के सात फेरों के वक्त सात जन्मों तक साथ रहने की कसम दी जाती है, लेकिन जब पति ही अपनी जीवन संगिनी का कातिल बन जाए तो फिर क्या कहा जाए. यूपी के प्रतापगढ़ से सामने आए एक मामले में कुछ ऐसा ही है. यहां घरेलू कलह से तंग आकर पति ने पत्नी की गला घोंट कर हत्या कर दी. यही नहीं, हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए परिवार के ही दो लोगों की मदद ले ली.
क्या है पूरा मामला
मामला प्रतापगढ़ के पट्टी कोतवाली इलाके का है. यहां बीती 28 जनवरी को पहलमापुर नहर की पटरी पर एक बुजुर्ग महिला का शव पाया गया. शव की शिनाख्त के बाद पता चला कि शव आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के गोविंदपुर के रहने वाले झुन्नीलाल प्रजापति की दूसरी पत्नी बसकाली देवी का है. शव की शिनाख्त के बाद पुलिस ने झुन्नीलाल की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
इस तरह हुआ खुलासा
पुलिस मामले की जांच में ही जुटी थी कि तभी उन्हें पता चला कि मृतका का उसके पति से आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता था. पुलिस ने इसी को आधार मानकर अपने जांच की दिशा केन्द्रित किया तो घटना का पर्दाफाश हो गया. पुलिस ने पति झुन्नीलाल को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो सारा सच सामने आ गया.
परिवार के दो लोगों ने की मदद
अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेन्द्र द्विवेदी ने पत्रकारों को बताया कि पत्नी की हत्या के आरोपी झुन्नीलाल ने हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए अपने भतीजे के बेटे प्रदीप और पोते अनिल कुमार का सहारा लिया. दोनों की मदद से झुन्नीलाल ने शव को बोरे में भरकर पट्टी कोतवाली इलाके में नहर के किनारे फेंक दिया. पुलिस ने प्रदीप और अनिल को भी गिरफ्तार कर लिया है.