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प्रधान के भाई की हत्या के मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार - फतनपुर थाना क्षेत्र

प्रतापगढ़ जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के बिच्छूर गांव में तीन दिन पहले प्रधान के भाई की हत्या कर शव को गांव के मैदान में फेंक दिया गया था. रविवार को पुलिस ने हत्या की इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

प्रधान के भाई की हत्या के मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार
प्रधान के भाई की हत्या के मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार
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Published : Feb 21, 2021, 6:59 PM IST

प्रतापगढ़: जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के बिच्छूर गांव में तीन दिन पहले प्रधान के भाई की हत्या कर शव को गांव के मैदान में फेंक दिया गया था. रविवार को पुलिस ने हत्या की इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

दरअसल, फतनपुर थाना क्षेत्र के बिच्छूर गांव में वीरेंद्र यादव उर्फ राहुल यादव का शव बीती 18 तरीख की सुबह गांव के बाहर मैदान में मिला था. इस संबंध में मृतक के भाई की तहरीर पर फतनपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था. घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस जांच-पड़ताल में लगी हुई थी. एसपी शिवहरि मीणा ने रानीगंज सीओ और एसओ को इस मामले के खुलासे के लिए निर्देश दिए थे. एसपी ने कहा था कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए.

एसपी के निर्देश के बाद रानीगंज सीओ अतुल अंजान त्रिपाठी और फतनपुर एसओ लगातार आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रहे थे. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्त सई नदी पुल के पास खड़े हैं. सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल सई नदी पुल के पास पहुंची तो तीन अभियुक्त खड़े दिखाई दिये. पुलिस को पास आता देख आरोपी भागने लगे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम संतोष कुमार पाल उर्फ पंकज पुत्र दयाशंकर पाल निवासी जगदीशपुर थाना फतनपुर, विशाल पाल पुत्र राम सुंदर पाल निवासी जगदीशपुर थाना फतनपुर और शिवम पाल पुत्र राम सुंदर पाल निवासी जगदीशपुर थाना फतनपुर बताया. पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि मृतक वीरेंद्र यादव उर्फ राहुल यादव उन लोगों का दोस्त था. वह उन लोगों के घर आता-जाता रहता था. वे लोग साथ में दावत भी करते थे.

अभियुक्तों ने बताया कि वीरेंद्र यादव की हरकतें ठीक नहीं थीं. उसकी हरकतों की वजह से वह सभी साथी उससे परेशान थे. बीती 15 तारीख को उन लोगों ने मिलकर यह निर्णय कर लिया कि अब उन्हें इससे छुटकारा पाना है. 17 तरीख को वह लोग बिच्छूर गांव के पास स्थित डिग्री कॉलेज के पास आए और फिर संतोष ने अपने मोबाइल से फोन कर वीरेंद्र यादव को वहां बुलाया. रात्रि लगभग 8:00 बजे वीरेंद्र यादव अपनी मोटरसाइकिल से वहां आया. वहां से वह लोग वीरेंद्र को लेकर संतोष के घर गए और घर पर ही उसकी हत्या कर दी.

प्रतापगढ़: जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के बिच्छूर गांव में तीन दिन पहले प्रधान के भाई की हत्या कर शव को गांव के मैदान में फेंक दिया गया था. रविवार को पुलिस ने हत्या की इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

दरअसल, फतनपुर थाना क्षेत्र के बिच्छूर गांव में वीरेंद्र यादव उर्फ राहुल यादव का शव बीती 18 तरीख की सुबह गांव के बाहर मैदान में मिला था. इस संबंध में मृतक के भाई की तहरीर पर फतनपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया था. घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस जांच-पड़ताल में लगी हुई थी. एसपी शिवहरि मीणा ने रानीगंज सीओ और एसओ को इस मामले के खुलासे के लिए निर्देश दिए थे. एसपी ने कहा था कि जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए.

एसपी के निर्देश के बाद रानीगंज सीओ अतुल अंजान त्रिपाठी और फतनपुर एसओ लगातार आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रहे थे. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली की घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्त सई नदी पुल के पास खड़े हैं. सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल सई नदी पुल के पास पहुंची तो तीन अभियुक्त खड़े दिखाई दिये. पुलिस को पास आता देख आरोपी भागने लगे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम संतोष कुमार पाल उर्फ पंकज पुत्र दयाशंकर पाल निवासी जगदीशपुर थाना फतनपुर, विशाल पाल पुत्र राम सुंदर पाल निवासी जगदीशपुर थाना फतनपुर और शिवम पाल पुत्र राम सुंदर पाल निवासी जगदीशपुर थाना फतनपुर बताया. पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि मृतक वीरेंद्र यादव उर्फ राहुल यादव उन लोगों का दोस्त था. वह उन लोगों के घर आता-जाता रहता था. वे लोग साथ में दावत भी करते थे.

अभियुक्तों ने बताया कि वीरेंद्र यादव की हरकतें ठीक नहीं थीं. उसकी हरकतों की वजह से वह सभी साथी उससे परेशान थे. बीती 15 तारीख को उन लोगों ने मिलकर यह निर्णय कर लिया कि अब उन्हें इससे छुटकारा पाना है. 17 तरीख को वह लोग बिच्छूर गांव के पास स्थित डिग्री कॉलेज के पास आए और फिर संतोष ने अपने मोबाइल से फोन कर वीरेंद्र यादव को वहां बुलाया. रात्रि लगभग 8:00 बजे वीरेंद्र यादव अपनी मोटरसाइकिल से वहां आया. वहां से वह लोग वीरेंद्र को लेकर संतोष के घर गए और घर पर ही उसकी हत्या कर दी.

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