प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ मेडिकल काॅलेज के महिला विंग की लिफ्ट एक साल से बंद है. लिफ्ट बंद होने से गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को रैंप व सीढ़ियों को इस्तेमाल करते है क्योंकि बिल्डिंग के चतुर्थ तल पर ही कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन की सुविधा है. मरीजों के साथ ही कर्मचारियों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई मरीज ऐसे भी होते है जिन्हें सांस फूलने व हृदयरोग की समस्या होती. इनके लिए चौथी मंजिल तक की चढ़ाई जानलेवा साबित हो सकती है. वहींं, विकलांग मरीजों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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मेडिकल काॅलेज की महिला विंग में दो लिफ्ट लगाई गई हैं. इस बिल्डिंग में भूतल के अलावा चार फ्लोर है. इसमे तीन फ्लोर ऐसे है जहां विभिन्न वार्ड, ओपीडी और ऑपरेशन थियेटर बनाये गए हैं तो चौथे तल पर कोरोना की जांच और टीकाकरण होता है. महिला अस्पताल में डिलीवरी और ऑपरेशन के लिए दिनभर मरीजों का आना-जाना लगा रहता है. डिलीवरी सामान्य हो या ऑपरेशन से पहले गर्भवती महिलाओं को कोरोना की आरटीपीसीआर जांच के लिए भूतल से चौथे तल तक जाना होता है. इसके लिए महिलाएं और मरीज रैंप का सहारा लेते है जोकि काफी जोखिम भरा है. वहीं, बुजुर्गों को भी जांच या टीकाकरण के लिए चौथे फ्लोर पर जाना होता है.
मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य आर्य देश दीपक ने बताया कि लिफ्ट की गारंटी अवधि बीत चुकी है. हमने लिफ्ट लगाने वाली कंपनी को कई बार पत्र लिखा लेकिन कंपनी की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है. कंपनी न तो लिफ्ट को रिपेयर कर रही है और न ही एएमसी के एग्रीमेंट के लिए आ रही है. इसके चलते यह समस्या बनी हुई है. अब लीगल नोटिस का ही विकल्प बचा हुआ है.
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