प्रतापगढ़: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी सोमवार को टीवी सीरियल के कलाकार अनुपम श्याम ओझा के घर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिवार वालों को ढ़ांढस बंधाया. इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान में हो रहे तालिबानी कब्जे को लेकर कहा कि वहां जो हो रहा है वह उस देश का अंदरुनी मसला है. किसी अन्य देश को उसमें दखल देने की जरुरत नहीं है, लेकिन ये सब जिस तरीके से हो रहा है उसमें भारत का हित प्रभावित हो सकता है. ये भारत के लिए चिंताजनक स्थिति है. उन्होंने कहा कि तालिबान को पाकिस्तान और चीन का भरपूर समर्थन है. चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा हमारे सर्वाधिक संवेदनशील राज्य पाकिस्तान से मिलती है. कश्मीर में ऐसा कोई प्रतिनिधि नहीं है जिसपर जनता का विश्वास हो और हम उससे बात कर सकें.
प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस समय अफगानिस्तान में तालिबान के ऑफिशियल स्पोक्सपर्सन मोहम्मद सुहैल शहीन हैं. उन्होंने कहा कि स्पोक्सपर्सन ने कहा है कि भारत अफगानिस्तान में किसी तरह की कार्रवाई की हिमाकत न करे नहीं तो अपने अमेरिका का परिणाम देख ले. उन्होंने कहा कि अभी तालिबान ने पूरी तरीके से सत्ता संभाली भी नहीं है कि भारत को धमकी दे दी है, तो ये भारत के लिए खतरे की घंटी है. प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमें अपनी सेना पर पूरा भरोसा है, लेकिन सरकार की गलतियों का परिणाम देश और सेना दोनों को भुगतना पड़ता है. इस समय अगर कश्मीर में निर्वाचित सरकार नहीं है तो ये मोदी सरकार की ऐतिहासिक भूल है और निर्वाचित सरकार को अपदस्थ करना गवर्नर रुल लगाना गलत है और ये सब गलत समय पर हुआ है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कहा जाता है संयुक्त राष्ट्र संघ ने तालिबान को अमेरिका के इशारे पर आतंकवादी संगठन घोषित किया है, जिसकी सरकार एक देश में बन गई है. ये एक चिंता विषय है और खतरे का संकेत है.