पीलीभीत: गणेश प्रतिमा विसर्जन(Uproar over Ganesh idol immersion) के बाद जिला प्रशासन के स्तर से हुई चूक के बाद हिंदूवादी संगठनों ने जमकर हंगामा किया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने बमुश्किल हिंदूवादी संगठनों के नेताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया.
शहर के तमाम इलाकों से मंगलवार को गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए यात्रा निकाली गई थी जिसके बाद ब्रह्मचारी घाट पर प्रशासन द्वारा एक गड्ढे में पानी डलवा कर पानी भरवाया गया था और उसमें प्रतिमा विसर्जन करने की बात कही गई थी. मान मनौव्वल के बाद श्रद्धालुओं ने प्रतिमा को गड्ढे में विसर्जित कर दिया. बुधवार को जब शनि देव मंदिर के महंत आशुतोष शर्मा स्थिति का जायजा लेने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि गड्ढे में गंदगी पड़ी हुई थी और पानी व पन्नी गायब था. इसके बाद उन्होंने अपने अन्य साथियों को सूचना दी.
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धार्मिक आस्था से खिलवाड़ किए जाने पर हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने जिला प्रशासन व नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने मौके पर जेसीबी मंगवाकर दूसरा गड्ढा करवाया और उसमें पानी भरवाकर मूर्तियों का विसर्जन कराया. मामले पर जानकारी देते हुए शहर कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया कि पुलिस फोर्स के द्वारा मौके पर पहुंचकर मामला शांत करा दिया गया है, मौके पर कोई विवाद नहीं है.
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