पीलीभीत : जिले में बाघ लगातार जंगल से बाहर आकर आबादी के करीब दहशत फैला रहे हैं. कई लोग इनके शिकार बन चुके हैं. रविवार को फिर से एक बाघ पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल से बाहर निकलकर बासखेड़ा गांव में आबादी के निकट पहुंच गया. ग्रामीणों ने बाघ को गांव के पास झाड़ियां में घेर लिया. जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई. टीम के कई घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश भी की, लेकिन वह चकमा देकर फरार हो गया.
छह घंट तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन : रविवार को वन विभाग की टीम सुबह करीब 10 बजे मौके पर पहुंच गई. बाघ को पकड़ने के लिए कोशिश शुरू कर दी. बाघ को पकड़ने के लिए चारों ओर जाल लगाया. डॉक्टरों की टीम बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के लिए जाल के अंदर गई. काफी देर मॉनिटरिंग करने के बाद डॉक्टरों की टीम ने बाघों को बेहोश करने के लिए डॉट चलाई लेकिन कुछ देर बाद बाघ टीम की नजरों के सामने से ओझल हो गया. टीम घंटों बाघ के दिखने का इंतजार करती रही लेकिन बाघ नहीं दिखा.
बाघ ने जाल पर किया हमला, दहशत : कुछ देर बाद ही बाघ अचानक जाल से बाहर निकलने की कोशिश करने लगा. बाघ को देख कर आसपास मौजूद भीड़ में अफरातफरी मच गई. बाघ ने जाल पर ही हमला कर दिया. खुफिया विभाग की एक महिला अफसर जल्दबाजी में मौके पर ही गिर पड़ीं. मशक्कत के बाद भी जब वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने में नाकाम हो गई तो ग्रामीणों ने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया. एक ग्रामीण वन विभाग के एसडीओ मयंक की गाड़ी के सामने लेट गया. ग्रामीण ने कहा कि जब तक बाघ नहीं पकड़ा जाता तब तक वह गाड़ी के आगे से नहीं हटेगा.
डिप्टी डायरेक्टर बोले-अभी ऑपरेशन जारी : पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि एक बाघ आबादी के करीब पहुंच गया था. अनुमति लेने के बाद उसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अभी ऑपरेशन जारी है. बाघ को पकड़ने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.
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