मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर-सहारनपुर विधान परिषद सीट के लिए बीजेपी ने मुजफ्फरनगर की जिला पंचायत सदस्य वंदना वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं समाजवादी पार्टी की तरफ से मोहम्मद आरिफ जौला प्रत्याशी बनाए गए हैं. कांग्रेस और बसपा ने अभी तक अपना कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतारा है. जबकि नामांकन के लिए अंतिम तिथि 21 मार्च है.
मुजफ्फरनगर के कुतुबपुर गांव की वंदना वर्मा बसपा शासन में कैबिनेट सचिव रहे शशांक शेखर सिंह के परिवार से हैं. साल 2016 के एमएलसी चुनाव में इस सीट से बसपा के महमूद अली विधान परिषद सदस्य चुने गए थे. इससे पहले उनके भाई हाजी मोहम्मद इकबाल यहां से एमएलसी रह चुके हैं. भाजपा ने मुरादाबाद-बिजनौर सीट से सत्यपाल सिंह सैनी और मेरठ-गाजियाबाद सीट से धर्मेंद्र भारद्वाज को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं मुजफ्फरनगर-सहारनपुर पर वंदना वर्मा और आरिफ जौला में कांटे का मुकाबला होगा.
बता दें कि जैसे ही वंदना वर्मा के नाम की घोषणा हुई उन्होंने सिसौली जाकर चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान वो राकेश टिकैत से भी मिली. वंदना वर्मा तकरीबन 20 साल से राजनीति में सक्रिय हैं. विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से सरकार बनने के बाद भाजपा के टिकट पर सबकी निगाहें थीं. सपा-रालोद गठबंधन में मुस्लिम प्रत्याशी आरिफ जौला को मैदान में उतारा है. इसलिए भाजपा ने जाट कार्ड खेलते हुए चुनाव में वंदना वर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है. इसके बाद से चुनाव में कांटे की टक्कर के आसार बन गए हैं.
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मंडल की अधिकतर सीटों पर विधान सभा में गठबंधन के प्रत्याशी जीते हैं. लगातार तीसरी बार जिला पंचायत सदस्य वंदना वर्मा दो दशक से राजनीति में सक्रिय हैं. वो जिला सहकारी बैंक की चेयरमैन भी रह चुकी हैं. इससे पहले वंदना वर्मा की जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर टिकट की दावेदार रही हैं. लेकिन भाजपा ने ऐन वक्त पर वीरपाल निरवाल को प्रत्याशी घोषित कर दिया था. जबकि एमएलसी चुनाव के लिए वंदना को टिकट दिया गया है.
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