चंदौलीः सोशल मीडिया पर इन दिनों जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र का रेमा गांव खूब चर्चा बटोर रहा है. यहां संचालित सरकारी शराब का ठेका समयावधि बीत जाने के बाद चल रहा है. बस इसका तरीका तोड़ा अलग है. वक्त बीतने के बाद यहां झोले में सरकारी ठेके को चलाया जा रहा है. लोगों से अधिक पैसे लेकर शराब दी जा रही है. जिसके बाद लोग खेतों में बैठकर इसका सेवन कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल ये तस्वीर पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि मामला मीडिया में आने के बाद आबकारी विभाग नोटिस दिए जाने की बात कह रहा है.
शाम 7 बजे के बाद 'शराब का खेल'
दरअसल कोविड प्रोटोकॉल के तहत शाम 7 बजे आबकारी दुकान भी बंद करने के आदेश हैं. लेकिन इसके बावजूद मुनाफाखोरी के चक्कर में झोले में रखकर शराब बेची जा रही है. लोग मनमाने तरीके से खेत में बैठकर शराब पी रहे हैं. जिसके अपमिश्रित होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता. जो जानलेवा भी हो सकता है.
पुलिस और आबकारी विभाग का नहीं खौफ
गौरतलब है कि लापरवाही का ये आलम तब है, जब अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. बावजूद इसके जिम्मेदार विभागीय लोग बेपरवाह हैं. यही वजह है कि शराब की खरीद-फरोख्त करने वालों के मन में आबकारी और पुलिस विभाग का जरा भी खौफ नहीं है. यही वजह है कि यहां नियम और कायदों को ताक पर रखकर झोले में सरकारी ठेका संचालित हो रहा है.
चकिया में मामला आया था सामने
आपको बता दें कि इस तरह का ये कोई पहला मामला नहीं है. कुछ दिन पूर्व चकिया में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था. जहां समयावधि समाप्त होने के बाद छत से शराब बेची जा रही थी. नीचे खड़े लोग पैसा बाल्टी में डालते थे और ऊपर से शराब की बोतल बाल्टी में रखकर नीचे भेजा जाता था. लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
दुकानदार को भेजा गया नोटिस
इस मामले में आबकारी इंस्पेक्टर ज्ञान प्रकाश सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. संबंधित दुकानदार को इस बाबत नोटिस दी गई है. जवाब मिलने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी.