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चंदौली: 36 स्वास्थ्य केंद्रों का 36 अधिकारियों ने किया औचक निरीक्षण, चौकीदार लगा रहा था इंजेक्शन - निरीक्षण में स्वास्थ्य केंद्रों की खुली पोल

उत्तर प्रदेश के चंदौली में स्वास्थ्य महकमे की पोल तब खुल गई जब 36 अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर जिले के 36 स्वास्थ्य केंद्रों का एक साथ औचक निरीक्षण कराया गया. वहीं अधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.

डीएम ने किया 36 स्वास्थ्य महकमे का निरिक्षण.
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Published : Oct 11, 2019, 9:12 PM IST

चंदौली: जिले में स्वास्थ्य महकमे के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद डीएम ने जिले के 36 अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर जिले के 36 स्वास्थ केंद्रों का एक साथ औचक निरीक्षण कराया. डीएम के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में जिले की स्वास्थ महकमे की पोल खोलकर रख दीं है. इस दौरान डॉक्टरों की अनुपस्थिति से लेकर मरीजों से धनउगाही का मामला भी सामने आया है. वहीं जांच रिपोर्ट के आधार पर अब दोषी और लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

डीएम ने किया 36 स्वास्थ्य महकमे का निरिक्षण.
जिले में डीएम के औचक निरीक्षण के दौरान कमोवेश जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. खासकर चकिया में संयुक्त जिला चिकित्सालय का हाल सबसे ज्यादा खराब है. इस अस्पताल की पोल सीडीओ के निरीक्षण में खुल गई. यहां चौकीदार वार्ड ब्वाय बनकर मरीजों को इंजेक्शन लगा रहा था. यहीं नहीं मरीजों से अवैध वसूली की भी शिकायतें मिली हैं. नए मरीजों से भर्ती के नाम पर 50 रुपये लिया जा रहा था, जिसे सीडीओ ने वापस भी कराया. इस तरह की घोर लापरवाही पर सीडीओ ने सीएमएस को फटकार भी लगाई.

वहीं डॉक्टरों द्वारा दवा लिखे जाने की भी शिकायत मरीजों की ओर से की गई. वहीं जांच के दौरान यह शिकायत भी सही पाई गई, जिसपर सीडीओ ने निरीक्षण की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपने की बात कही. साथ ही लापरवाह और दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की भी बात कही.

इसे भी पढ़ें- अलग-अलग राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने साइकिल पर चढ़ दिया ये संदेश

चन्दौली का संयुक्त जिला अस्पताल चकिया तो स्वास्थ्य व्यवस्था में व्याप्त अव्यवस्था की एक बानगी है. कमोवेश जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के हालात यहीं है. डॉक्टरों की अनुपस्थिति और लेटलतीफी के साथ बाहर की दवा लिखकर कमीशन खोरी का खेल पुराना है. जिले भर के स्वास्थ्य केंद्रों का ये हाल तब है जब यह जिला एस्पेरेशनल डिस्ट्रिक्ट में चयनित है और स्वास्थ्य उसके प्रमुख इंडिकेटर्स में शामिल है. सीडीओ ने बताया कि 36 अधिकारियों की टीमों ने स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया है. हमें कुछ शिकायतें भी मिली हैं. इनके आधार पर जांच कराई जाएगी और कमी मिलने पर कार्रवाई भी होगी.

चंदौली: जिले में स्वास्थ्य महकमे के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद डीएम ने जिले के 36 अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर जिले के 36 स्वास्थ केंद्रों का एक साथ औचक निरीक्षण कराया. डीएम के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में जिले की स्वास्थ महकमे की पोल खोलकर रख दीं है. इस दौरान डॉक्टरों की अनुपस्थिति से लेकर मरीजों से धनउगाही का मामला भी सामने आया है. वहीं जांच रिपोर्ट के आधार पर अब दोषी और लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

डीएम ने किया 36 स्वास्थ्य महकमे का निरिक्षण.
जिले में डीएम के औचक निरीक्षण के दौरान कमोवेश जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. खासकर चकिया में संयुक्त जिला चिकित्सालय का हाल सबसे ज्यादा खराब है. इस अस्पताल की पोल सीडीओ के निरीक्षण में खुल गई. यहां चौकीदार वार्ड ब्वाय बनकर मरीजों को इंजेक्शन लगा रहा था. यहीं नहीं मरीजों से अवैध वसूली की भी शिकायतें मिली हैं. नए मरीजों से भर्ती के नाम पर 50 रुपये लिया जा रहा था, जिसे सीडीओ ने वापस भी कराया. इस तरह की घोर लापरवाही पर सीडीओ ने सीएमएस को फटकार भी लगाई.

वहीं डॉक्टरों द्वारा दवा लिखे जाने की भी शिकायत मरीजों की ओर से की गई. वहीं जांच के दौरान यह शिकायत भी सही पाई गई, जिसपर सीडीओ ने निरीक्षण की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपने की बात कही. साथ ही लापरवाह और दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की भी बात कही.

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चन्दौली का संयुक्त जिला अस्पताल चकिया तो स्वास्थ्य व्यवस्था में व्याप्त अव्यवस्था की एक बानगी है. कमोवेश जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के हालात यहीं है. डॉक्टरों की अनुपस्थिति और लेटलतीफी के साथ बाहर की दवा लिखकर कमीशन खोरी का खेल पुराना है. जिले भर के स्वास्थ्य केंद्रों का ये हाल तब है जब यह जिला एस्पेरेशनल डिस्ट्रिक्ट में चयनित है और स्वास्थ्य उसके प्रमुख इंडिकेटर्स में शामिल है. सीडीओ ने बताया कि 36 अधिकारियों की टीमों ने स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया है. हमें कुछ शिकायतें भी मिली हैं. इनके आधार पर जांच कराई जाएगी और कमी मिलने पर कार्रवाई भी होगी.

Intro:चंदौली - जिले में स्वास्थ्य महकमे के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के बाद डीएम चन्दौली ने जिले के 36 अधिकारियों की की अलग अलग टीम बनाकर जिले के 36 स्वास्थ केंद्रों का एक साथ औचक निरीक्षण कराया. डीएम के निर्देश पर हुईं इस कार्रवाई में जिले की स्वास्थ महकमे की पोल खोल कर रख दीं है. इस दौरान डॉक्टरों की अनुपस्थिति से लेकर मरीजों से धनउगाही का मामला भी सामने आया. और अब जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी और लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहे है.


Body:औचक निरीक्षण के दौरान कमोवेश जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. खाश कर चकिया में संयुक्त जिला चिकित्सालय का हाल सबसे ज्यादा खराब है. यहां सीडीओ के निरीक्षण में इस अस्पताल की पोल खुल गई. यहां चौकीदार वार्ड ब्वाय बनकर मरीजों को इजेक्शन लगा रहा था. यहीं नहीं मरीजों से अवैध वसूली की भी शिकायत मिली. नये मरीज से भर्ती के नाम पर 50 रुपया लिया जा रहा था. जिसे सीडीओ ने वापस भी कराया. इस तरह की घोर लापरवाही पर सीडीओ ने सीएमएस को फटकार भी लगाई. वहीं डॉक्टरों द्वारा की दवा लिखे जाने की भी शिकायत मरीजों की ओर से की गई. जांच के दौरान यह शिकायत भी सही पाई गई.जिसपर सीडीओ ने निरीक्षण की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी की बात कही. साथ ही लापरवाह और दोषी स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी बात कही.

बाइट - अभय श्रीवास्तव (सीडीओ)

चन्दौली का संयुक्त जिला अस्पताल चकिया तो स्वास्थ्य व्यवस्था में व्याप्त अव्यवस्था की एक बानगी है. कमोबेश जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के हालात यहीं है. डॉक्टरों की अनुपस्थिति और लेटलतीफी के साथ बाहर की दवा लिखकर कमीशन खोरी का खेल पुराना है. जिले भर के स्वास्थ्य केंद्रों का ये हाल तब है जब यह जिला एस्पेरेशनल डिस्ट्रिक्ट में चयनित है, और स्वास्थ्य उसके प्रमुख इंडिकेटर्स में शामिल है.Conclusion:कमलेश गिरी
चंदौली
9452845730

Note - यह खबर व्रेप से भेजी गई है...
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