चंदौलीः सदर कोतवाली ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है. जो जेल में बंद शातिर अपराधियों की फर्जी कूटरचित कागजातों के सहारे जमानत कराता था. पुलिस ने गैंग के सरगना के समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही इस गैंग में शामिल अधिवक्ता समेत अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.
एएसपी दयाराम सरोज ने बताया कि पुलिस को पिछले काफी दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी. जनपद के विभिन्न जघन्य अपराधों में शामिल जेल में निरुद्ध शातिर अपराधियों की जमानत पेशेवर जमानतदारों द्वारा पुलिस एवं राजस्व विभाग का कूटरचित जमानत सत्यापन आख्या तैयार कर एवं कूटरचित मोहर लगाकर कराई जा रही है. इस इनपुट के बाबत प्रभारी निरीक्षक सदर और चौकी प्रभारी कस्बा मनोज कुमार पाण्डेय की टीम गठित कर पेशेवर जमानतदारों के गैंग का पर्दाफाश एवं गिरफ्तारी का निर्देश दिया. जिसके बाद गठित टीम द्वारा फर्जी जमानतदारों की सूची तैयार की गई और इस सूची को न्यायालय को भी प्राप्त कराया गया.
सूचना मिली थी कि पेशेवर जमानदारों का एक गिरोह थाना अलीनगर में पंजीकृत जेल में निरुद्ध अभियुक्त जौनपुर निवासी अली हुसैन जमानत सत्यापन आदेश के पश्चात, थाना के कूट रचित सत्यापन आख्या रमेश सिंह के नाम से तैयार कर कूटरचित मोहर लगाकर तथा तहसीलदार राजस्व के कूटरचित आख्या पर कूटरचित मोहर लगाकर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कार्यालय में सोमवार को पत्रावली में रखने वाला है. इस दौरान तहसील परिसर से पुलिस ने उसे न्यायालय के बाहर धर दबोचा.
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एएसपी दयाराम सरोज ने बताया कि जिस रमेश सिंह के नाम की आख्या थाना चंदौली के नाम से न्यायालय में प्रेषित किया गया है. जबकि इस नाम का निरीक्षक नियुक्त नहीं है, और न ही विगत कई वर्षों में नियुक्त रहा है. बताया कि अभियुक्त विनोद कुमार ग्राम छित्तो और भोला निवासी ग्राम फुटिया थाना जिला चंदौली है. उसके पास से रमेश सिंह के नाम की कूटरचित आख्या एवं मोहर के साथ तहसीलदार सदर के नाम की कूटरचित आख्या एवं मोहर मिली है. गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में अशोक कुमार मिश्र, मनोज कुमार पाण्डेय, अखण्ड प्रताप रहे.