चंदौली: वाराणसी में एक जमीनी विवाद में पुलिसकर्मी ने सरकारी पिस्टल से हवाई फायरिंग करने के मामले को पुलिस महकमे ने गंभीरता से लिया है. आरोपी एसओजी सिपाही अमित सिंह के साथ एसओजी प्रभारी अजीत सिंह को निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है. एसपी अंकुर अग्रवाल की इस कार्रवाई से महकमे में खलबली मची हुई है.
भेलुपुर के श्रीराम नगर कालोनी निवासी निर्मला देवी और कैंट थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी सुनील सिंह के बीच लोहता थाना क्षेत्र के बेदौली गांव में जमीनी विवाद चल रहा है. बुधवार को राजस्व विभाग की टीम पैमाइश के बाद सीमांकन कर चली गई. सीमांकन के बाद फुलवरिया के सुनील सिंह अपनी जमीन पर बाउंड्री कराने लगे. इसी बीच निर्मला देवी का लड़का सोनू सिंह अपने रिश्तेदार एसओजी के सिपाही अमित कुमार सिंह के साथ पहुंचा और विवाद करने लगा.
विवाद बढ़ता देख अमित कुमार सिंह ने सरकारी पिस्टल से फायर कर दिया. गोली चलने की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और एसओजी सिपाही अमित को पकड़कर पिटाई शुरू कर दी. ग्रामीणों को अरदब में लेने के लिए अमित ने खुद को एसओजी का दारोगा बताया और छोड़ने की बात कही. सूचना के बाद थानाध्यक्ष लोहता राजेश सिंह पहुंचे और सिपाही सहित तीन को हिरासत में ले लिया. मौके से 9 एमएम का एक खोखा और पिस्टल बरामद हुई. इसी मामले में एडीजी के निर्देश के बाद एसपी अंकुर अग्रवाल ने एसओजी प्रभारी अजीत सिंह और आरोपी सिपाही अमित सिंह को निलंबित कर दिया है.
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