चन्दौली: गुजरात के मोरबी पुल हादसे के बाद चंदौली में छठ पूजा के दौरान पुल टूटने से हादसा हो गया था. इसमें करीब 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इसको संज्ञान में लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के सभी पुलों की रिपोर्ट तलब कर ली. इसकी रिपोर्ट सभी जिलों से शासन को भेज दी गई. लेकिन, यह रिपोर्ट चंदौली के लिए डराने वाली है. क्योंकि इस रिपोर्ट में जिले के कुल चार ऐसे पुल हैं, जिन्हें क्षतिग्रस्त बताया गया है.
बता दें कि इन सभी क्षतिग्रस्त पुल पर आवागमन चालू है. यहीं नहीं जर्जर पुलों के लिहाज से चंदौली प्रदेश में दूसरे नबंर का जिला है. रिपोर्ट में जिन पुलों को क्षतिग्रस्त बताया गया है. उसमें मंगरौर-इलिया मार्ग पर स्थित एक पुल है. इसका एक्सीडेंट के चलते रेलिंग और प्रोटेक्शन वॉल का हिस्सा क्षतिग्रस्त है. इसके अलावा पिलर और ज्वाइंट भी क्षतिग्रस्त है. वहीं, चंद्रप्रभा नदी पर स्थित चकिया भीखमपुर मार्ग पर प्रोटेक्शन वॉल और 5 से ज्यादा पिलर पूरी तरह छतिग्रस्त हैं. इसके अलावा चुप्पेपुर-पचवनिया मार्ग पर स्थित पुल को असुरक्षित बताया गया है.
गौरतलब है कि इन सभी क्षतिग्रस्त पुलों पर दो पहिया और चार पहिया वाहनों के लिए रास्ता खोला गया है. लेकिन, जंगल और पहाड़ का इलाका होने के कारण यहां अवैध खनन व कटान के बाद ओवरलोड गाड़ियां गुजरती हैं. इसके चलते इस पुल के क्षतिग्रस्त होने की आशंका बढ़ गई है. इसके अलावा मुसाखांड डैम पर ओवरफ्लो होने के बाद पानी के तेज बहाव के चलते स्थिति खतरनाक हो जाती है.
इस बाबत पीडब्ल्यूडी एक्सईएन डीबी सिंह ने बताया कि शासन की डिमांड पर जिले के क्षतिग्रस्त पुलों की वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया गया है. शासन की तरफ से अग्रिम निर्देश मिलते ही इस मामले में जरूरी कार्यवाही की जाएगी.
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